जुबिली स्पेशल डेस्क
मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच युद्ध अब और अधिक खतरनाक और व्यक्तिगत होता जा रहा है। दोनों देशों के बीच बमबारी तेज़ हो गई है और अब यह लड़ाई नेताओं को निशाना बनाने तक पहुंच गई है।
इजरायल लगातार ईरान पर हमला कर भारी नुकसान पहुँचाने का दावा कर रहा है, लेकिन ईरान की जवाबी कार्रवाई ने तेल अवीव को झकझोर कर रख दिया है।
ईरान ने इजरायल के कई क्षेत्रों में मिसाइल हमले किए हैं, जिससे वहां अफरातफरी का माहौल है और लोग बंकरों में शरण लेने पर मजबूर हैं।
इजरायल के रक्षामंत्री योआव गैलांट और मंत्री इसराइल कात्ज़ ने मोर्चा संभालते हुए ईरान पर सीधा आरोप लगाया है। इसराइल कात्ज़ ने तो यहां तक कह दिया कि: “अब खामेनेई को जिंदा रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती।”
उन्होंने दावा किया कि हाल ही में तेल अवीव के पास एक अस्पताल पर मिसाइल हमला हुआ, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए और इसके पीछे सीधे तौर पर ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का हाथ है।
रूस ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस बयान पर रूस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने स्काई न्यूज से कहा: “ईरान में सत्ता परिवर्तन की बात भी अस्वीकार्य है। और अगर कोई खामेनेई की हत्या की सोच रहा है, तो वह पेंडोरा बॉक्स खोलने जा रहा है।” ‘पेंडोरा बॉक्स’ एक ग्रीक मिथक से जुड़ी कहावत है, जिसका अर्थ होता है — ऐसा खतरनाक निर्णय या काम जिसकी शुरुआत तो इंसान करता है, लेकिन जिसके परिणाम बेकाबू और विनाशकारी हो सकते हैं।
पेस्कोव ने आगे कहा कि ईरान के राजनीतिक नेतृत्व को हटाने की कोशिशें न सिर्फ पश्चिम एशिया में संकट को और गहरा करेंगी, बल्कि इससे वैश्विक अस्थिरता का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है।
ईरान-इजरायल युद्ध अब सिर्फ सैन्य संघर्ष नहीं रहा। इसमें भू-राजनीतिक शक्ति संतुलन, नेतृत्व को निशाना बनाने की धमकियां और तीसरे देशों की चेतावनियाँ शामिल हो चुकी हैं। आने वाले दिन इस पूरे विवाद को और अधिक खतरनाक दिशा में मोड़ सकते हैं।