जुबिली स्पेशल डेस्क
पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को अंजाम दिए जाने के 35 घंटे बाद देश की राजधानी दिल्ली में राजनीतिक और सुरक्षा स्तर पर जबरदस्त हलचल देखी जा रही है।
जहां एक ओर प्रधानमंत्री आवास पर गुरुवार सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अचानक पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई, वहीं दूसरी ओर संसद भवन में सर्वदलीय बैठक जारी रही।
सूत्रों के मुताबिक, डोभाल और प्रधानमंत्री के बीच यह बैठक ऑपरेशन की रणनीतिक समीक्षा और भविष्य की कार्रवाई को लेकर थी।
उधर, संसद परिसर में आयोजित सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर की स्थिति और उपलब्धियों की जानकारी दी।
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब ऑपरेशन की सफलता के बाद क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की रणनीति पर नजरें टिकी हुई हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से जारी तनाव आखिरकार निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था।
पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि इस बार जवाब कड़ा और सीधा होगा और वही हुआ।
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बीती रात भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक सटीक एयरस्ट्राइक अंजाम दी, जिसे नाम दिया गया – “ऑपरेशन सिंदूर”। इस हमले की खास बात यह रही कि भारत ने केवल आतंकवादी अड्डों को ही निशाना बनाया, पाकिस्तान की सेना या नागरिक ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया गया।
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तीनों सेनाओं की संयुक्त कार्रवाई
इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की त्रिसेना ने गुप्त रूप से और अत्यधिक समन्वय के साथ कार्य किया। खुफिया एजेंसियों से मिली ठोस जानकारी के आधार पर 6-7 मई की रात लगभग 2 बजे यह कार्रवाई की गई।