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वरिष्ठ वकील रहे राम जेठमलानी का रविवार को देहांत हो गया। 95 साल के जेठमलानी लंबे समय से बीमार थे। वे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता थे और उनकी गिनती देश के नामचीन क्रिमिनल वकीलों में की जाती रही है। एक दिग्गज वकील होने के साथ-साथ केंद्रीय कानून मंत्री भी रह चुके हैं।
राम जेठमलानी बीजेपी की ओर से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। फिलहाल वह आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे। जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 को हुआ था। सिंध (पाकिस्तान) के शिकारपुर में जन्म हुआ था।

जेठमलानी लादे गए मुकदमों के अलावा अपने बयानों की वजह से भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। जेठमलानी ने 17 साल की उम्र में ही वकालत की डिग्री हासिल कर लिया था। तब नियमों में संशोधन कर उन्हें 18 वर्ष की उम्र में प्रैक्टिस करने की इजाज़त दी गई थी। जबकि नियमानुसार प्रैक्टिस की उम्र सीमा 21 वर्ष थी।
जेठमलानी ने सात दशक लंबे वकालत के करियर से संन्यास लेने की घोषणा साल 2017 में की थी। 94 साल की उम्र में जेठमलानी ने सात दशक लंबे वकालत के करियर से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।
बताते चलें कि राम जेठमलानी ने कई मशहूर केस लड़े। इसमें इंदिरा गांधी केस के हत्यारों का केस, डॉन हाजी मस्तान और हर्षद मेहता जैसे केस हैं। इसके साथ ही जेठमलानी ने बाबा रामदेव , राजीव गांधी के हत्यारों , लालू यादव , जयललिता और जगन रेड्डी की पैरवी कर चुके थे। राम जेठमलानी ने एक मशहूर वकील के साथ राजनेता भी थे। फिलहाल वह आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे।
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