फाइनल में एलएसजेए एकादश को आठ विकेट से हराया
लखनऊ। फहीम (3 विकेट) की उपयोगी गेंदबाजी के बाद मार्तंड सिंह (20) एवं देवेश पांडेय (29) की उम्दा पारियों से इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश ने तृतीय एसबीआई कप लखनऊ मीडिया प्रीमियर लीग (एलएमपीएल)-2024 की विजेता ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
लखनऊ स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट एसोसिएशन (एलएसजेए) के तत्वावधान में केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर संपन्न लीग के कम स्कोर के फाइनल मुकाबले में इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश ने एलएसजेए एकादश को आठ विकेट से पराजित किया।
टूर्नामेंट के समापन समारोह में मुख्य अतिथि शरद एस चंडक (मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ सर्किल) एवं अति विशिष्ट अतिथि डा.आरपी सिंह (खेल निदेशक, उत्तर प्रदेश) ने विजेता व उपविजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर ज्ञानेंद्र पाण्डेय, पोलेक्स ग्रुप के निदेशक सुजीत यादव, जेड स्टार फर्नीचर से नदीम अहमद सहित अन्य मौजूद थे।
आज फाइनल में इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और एलएसजेए एकादश पहले बल्लेबाजी करते हए निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट पर 74 रन ही बना सका।
टीम को शुरू में ही तब झटका लगा आशू बाजपेयी व सुधीर तिवारी की सलामी जोड़ी बिना रन बनाए आउट हो गये। इसके बाद विकेट लगातार गिरते रहे और 4.4 ओवर में मात्र 17 रन पर आधी टीम पवैलियन लौट गयी। दिनेश वर्मा ने सबसे ज्यादा 19 रन बनाए।
उनके अलावा विमल पाण्डेय (10) ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके। इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश से फहीम ने तीन विकेट की सफलता हासिल की। गणेश कांडपाल व दीपक तनेजा को दो-दो विकेट की सफलता मिली।
जवाब में इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 8.2 ओवर में 2 विकेट पर 77 रन बनाकर मैच जीत लिया। सलामी बल्लेबाज मयूर शुक्ला (8) के जल्द आउट होने के बद देवेश पाण्डेय और मार्तंड सिंह ने उम्दा पारी खेली।
देवेश पाण्डेय ने 15 गेंदों पर 5 चौके से नाबाद 29 रन और मार्तंड सिंह ने 20 रन बनाए। विशाल ने नाबाद 10 रन का योगदान किया। मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार इलेक्ट्रानिक मीडिया के फहीम को मिला।
टूर्नामेंट के विशेष् पुरस्कारों में मैन ऑफ द सीरीज इलेक्ट्रानिक मीडिया एकादश के मयूर शुक्ला चुने गए। इलेक्ट्रानिक मीडिया के ही दीपक तनेजा को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज और डीडी-एआईआर एकादश के सुधीर अवस्थी को सर्वश्रेष्ठ बैटर का पुरस्कार मिला।