Thursday - 11 January 2024 - 10:58 AM

कोरोना के नये वैरिएंट OMICRON को लेकर क्या है भारत की तैयारी?

जुबिली स्पेशल डेस्क

दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में कोरोना का नया वेरिएंट मिला है। यह कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी खतरनाक है। जो नया वेरिएंट मिला है उससे तेजी से संक्रमण फैलने की आशंका है।

बोत्सवाना में मिला यह वेरिएंट अब तक वायरस का सबसे उत्परिवर्तित स्वरूप है। कोरोना के बी.1.1.529 वेरिएंट का नाम ओमिक्रॉन वेरिएंट रखा गया है।

कहा जा रहा है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट दक्षिण-पूर्व एशिया में तबाही मचा सकता है। डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को आगाह किया है।

कोरोना के नए वेरिएंट से एक्शन में भारत

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को देखते हुए भारत सरकार सतर्क हो गई है। इसके साथ ही भारत सरकार ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग के यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग का निर्देश दिया है।

भारत सरकार के सतर्क होने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी दक्षिणी एशियाई देशों को चेतावनी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 की ताजा स्थिति और जारी टीकाकरण अभियान की समीक्षा के लिए शनिवार को एक अहम बैठक की।

डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गाउबा, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल सहित कुछ अन्य अधिकारी मौजूद थे।

डब्ल्यूएचओ ने कहा 

दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, हमें किसी भी कीमत पर सतर्कता कम नहीं करनी है।

उन्होंने एक बयान में कहा, हमारे क्षेत्र के अधिकतर देशों में कोविड-19 के मामलों में कमी आई है, लेकिन दुनिया के अन्य देशों में मामलों में बढ़ोतरी हुई है और नए चिंताजनक स्वरूप की पुष्टि लगातार बने हुए जोखिम की याद दिलाती है तथा वायरस से बचाव करने और इसे फैलने से रोकने के लिए हमें हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है।

यह भी पढ़ें :  टिकैत की धमकी की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए अजय मिश्रा!

यह भी पढ़ें : शायद न आए अब कोरोना की तीसरी लहर -एम्स निदेशक

विशेषज्ञों ने इस वेरिएंट को अत्यधिक संक्रामक बताया है। इस वेरिएंट में अब तक 32 उत्परिवर्तन देखने को मिले हैं। इसके चलते इसे अत्यधिक संक्रामक बताया जा रहा है। इसे टीका प्रतिरोधी भी बताया जा रहा है। साथ ही इसके स्पाइक प्रोटीन में किसी अन्य वेरिएंट की तुलना में भी अधिक परिवर्तन पाया गया है।

यह भी पढ़ें :  इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर परिवहन मंत्री का बड़ा बयान

यह भी पढ़ें :  सपा से गठबंधन के बाद राजभर ने ओवैसी को दिया यह ऑफर

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (एनआईसीडी) ने पुष्टि की कि दक्षिण अफ्रीका में बी.1.1.529 का पता चला है और जीनोम अनुक्रमण के बाद 22 मामलों की पुष्टि हुई है।

एनआईसीडी के कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक प्रो. एड्रियन प्यूरेन ने कहा कि इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका में एक नए स्वरूप का पता चला है, लेकिन आंकड़े अभी सीमित हैं। हमारे विशेषज्ञ नए स्वरूप को समझने के लिए सभी स्थापित निगरानी प्रणालियों के साथ लगातार काम कर रहे हैं।

वैक्सीन को चकमा देने में सक्षम

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के आनुवंशिकीविद् प्रो. फ्रेंकोइस बलौक्स ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट संभवत: एक बेहद कम प्रतिरक्षा वाले मरीज में लंबे समय तक रहने वाले संक्रमण से उभरा है।

उन्होंने कहा कि संभवत: इस मरीज को एड्स रहा होगा। बलौक्स ने बताया कि वेरिएंट के स्पाइक में होने वाले बदलाव की वजह से वर्तमान में मौजूद वैक्सीन को यह वायरस आसानी से चकमा देने में सक्षम है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये वैक्सीन वायरस के पुराने स्वरूप से लडऩे में सक्षम है।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com