Sunday - 7 January 2024 - 4:27 AM

भारत के बाहर कौन करता है मोदी की रैलियों का आयोजन

न्‍यूज डेस्‍क

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ओजस्वी भाषण के साथ-साथ रैलियों में आने वाली भारी भीड़ के बल पर विरोधियों को चारों खाने चित्‍त कर देते हैं। देश में पीएम मोदी की होने वाली रैलियों में भीड़ जुटाने के जिम्‍मेदारी अक्‍सर बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह या तो अपने हाथों में लेते हैं या फिर अपने खास किसी बड़े नेता को देते हैं। लेकिन अक्‍सर मन में सवाल उठता है कि आखिर विदेश में होने वाली प्रधानमंत्री की रैलियों का सफल आयोजन कौन करवाता है।

अभी कुछ दिन बाद 21 सितंबर को पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर जाएंगे। 22 सितंबर को ह्यूस्टन में मोदी ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक भारतीयों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप समेत अमेरिका के 50 सांसद में भी शामिल होंगे।

माना जा रहा है कि विदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जलवा एक बार फिर दुनिया देखेगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के जिम्‍मेदारी बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने कभी मॉलीक्यूलर बॉयोलॉजिस्ट साइंटिस्ट रहे विजय चौथाईवाले को दिया है। विजय चौथाईवाले ही वो शख्‍स हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश में होने वाली रैलियों को सफल बनाते हैं।

ह्यूस्टन में ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए विजय चौथाईवाले ने वहां के भारतीयों से संपर्क के लिए खूब पसीना बहाया है। कार्यक्रम में सीट बुक कराने के लिए उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू कराई। अब तक 50 हजार से अधिक लोग पंजीकरण करा चुके हैं।

विजय चौथाईवाले इस वक्त भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विदेश मामलों के प्रकोष्ठ के प्रभारी हैं। अप्रवासी भारतीयों को बीजेपी से जोड़ने के मिशन से जुड़े हैं। दुनिया में जहां कहीं भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा होता है, वहां कई महीने पहले ही पहुंचकर कैंपेनिंग करते हैं। वहां के भारतीयों से जुड़े तमाम छोटे-बड़े संगठनों से संपर्क कर उन्हें पीएम मोदी के कार्यक्रम में आने के लिए तैयार करते हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान एनआरआई के बीच मोदी की लोकप्रियता बढ़ाने में भी विजय चौथाईवाले ने अहम भूमिका निभाई थी। विदेशों में कई कार्यक्रमों के जरिए उन्होंने चुनाव के दौरान मोदी के पक्ष में माहौल बनाया था। विदेश में मोदी की लोकप्रियता का असर भारत के मतदाताओं पर भी पड़ा था।

बीजेपी से जुड़ने से पहले वह बतौर साइंटिस्ट( मॉलीक्यूलर बॉयोलॉजिस्ट) कारपोरेट सेक्टर में जॉब करते थे। सूत्र बताते हैं कि जब 2014 का आम चुनाव खत्म हुआ तो वह फिर से कारपोरेट सेक्टर में लौटना चाहते थे। मगर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी की तरफ से विदेश विभाग प्रकोष्ठ देखने की जिम्मेदारी ऑफर की तो फिर वह अब पूर्णकालिक पदाधिकारी हो गए। बीजेपी की नेशनल एक्जीक्यूटिव में भी विजय चौथाईवाले को जगह मिली है।

मई, 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो सितंबर में अमेरिका के दौरे पर गए थे। इस दौरान सितंबर में प्रधानमंत्री मोदी ने जब मशहूर मेडिसिन स्क्वायर पर हजारों भारतीयों-अमेरिकियों को संबोधित किया तो दुनिया ने जलवा देखा था। मेडिसिन स्क्वायर पर मोदी-मोदी के नारे गूंजे थे।

इस कार्यक्रम में जुटी भीड़ देख पीएम मोदी भी अभिभूत हो गए थे। बाद में उन्होंने ट्वीट कर जनता का आभार जताया था। इस दौरे के दौरान सिलिकॉन वैली में भी पीएम मोदी ने गूगल, एपल, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला, फेसबुक दिग्गज कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की थी। 30 वर्ष में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह यात्रा थी।

यह कार्यक्रम भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में रहा था। इसके अलावा विजय चौथाईवाले के निर्देशन में पीएम मोदी के दौरे के दौरान लंदन, टोरंटो, दुबई, शंघाई, सिडनी जैसे दुनिया के बड़े शहरों में कार्यक्रम हो चुके हैं। इसमें पीएम मोदी ने बड़ी संख्या में भारतीयों और विदेशियों को संबोधित किया। अप्रैल, 2015 में कनाडा के टोरंटो के रिकोह कोलेजियम स्टेडियम में भी पीएम मोदी की बड़े कार्यक्रम के पीछे भी विजय चौथाईवाले की मेहनत थी।

अब पीएम मोदी के लिए ह्यूस्टन में ‘Howdy Modi’कार्यक्रम को सफल बनाने में विजय चौथाईवाले जुटे हैं। ‘Howdy Modi’कार्यक्रम इस लिए भी खास है क्‍यों कि अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप भी शामिल हो रहे हैं। व्हाइट हाउस की ओर से आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि भी कर दी गई है। दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को ये अवसर नई ऊंचाईं दे सकता है।

ट्रंप और मोदी के बीच की केमिस्ट्री कमाल की है। अधिकारी बताते हैं कि निमंत्रण मिलने के तुरंत बाद ट्रंप ने इसके लिए हामी भर दी थी। यह दोनों के बीच की इस साल की तीसरी मीटिंग होगी। स कार्यक्रम में भारत-अमेरिका के संबंध, बिजनेस, कल्चर पर बात होगी, जिसमें नरेंद्र मोदी-डोनाल्ड ट्रंप दोनों ही शामिल होंगे। इसके अलावा कई बड़ी हस्तियां भी कार्यक्रम में पहुंच सकती हैं। ये पहला मौका होगा जब दुनिया के दो बड़े दिग्गज इस तरह एक मंच पर हजारों की भीड़ को संबोधित करेंगे।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने को भारत की बड़ी कुटनीतिक जीत माना जा रहा है। इससे दूसरे देशों को अच्‍छा संदेश जाएगा। वहीं, पाकिस्‍तान पर भी दबाव बनेगा। मोदी और ट्रंप की यह जुगलबंदी पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए किसी झटके से कम नहीं है, जो कश्मीर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति से मध्यस्थता की रट लगा रहा है।

ऐसा पहली बार होगा कि यूएस में कोई अमेरिकी राष्ट्रपति एकसाथ हजारों इंडो-अमेरिकन नागरिकों को संबोधित करेगा। यूएस में भारतीय राजदूत हर्ष वर्धन ने इस इवेंट को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बताया है। आपको बता दें कि ‘हाउडी’ शब्द अंग्रेजी के ‘हाउ डू यू डू’ का शॉर्ट फॉर्म है। साउथ वेस्ट यूएस में यह शब्द काफी चलता है।

सूत्रों की माने तो कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप के अलावा अमेरिकी संसद के 50 से अधिक सांसद, गवर्नर भी पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। रिपल्बिकन पार्टी के सबसे बड़े चेहरे के रूप में डोनाल्ड ट्रंप आ रहे हैं, तो वहीं डेमोक्रेट्स की तरफ से भी कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं।

साफ है कि अमेरिका में अगले साल चुनाव हैं और भारतीय वोटर्स वहां पर बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं। ऐसे में हर कोई मोदी के साथ आकर भारतीय समुदाय के वोटरों को लुभाना चाहता है।

 

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