Saturday - 6 January 2024 - 11:20 PM

कितनी खतरनाक है स्टीरिन गैस

न्‍यूज डेस्‍क

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में गैस लीक होने के बाद बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं 5000 से ज्यादा लोगों के बीमार होने की खबर है।

इस पूरे घटना क्रम पर विशाखापट्टनम के पश्चिमी जोन के एसीपी ने कहा कि गैस 5,000 टन के दो टैंकों से लीक हुई है। यह फैक्ट्री मार्च से COVID19 लॉकडाउन के कारण बंद थी। इसके चलते केमिकल रिएक्शन हुआ और टैंकों के अंदर गर्मी बनी जिसकी वजह से रिसाव हुआ। बता दें जब गैस रिसाव हुआ तब लोग गहरी नींद में थे।

वहीं एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्यनारायण प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में 27 व्यक्ति शामिल हैं, जो औद्योगिक रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ हैं। 80 से 90 प्रतिशत लोग बचा लिये गये हैं।

अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।

बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ महीने से बंद पड़ी एक प्लास्टिक फैक्ट्री को जब फिर चालू करने की कोशिश की जा रही थी, तब उससे स्टीरिन गैस लीक हो गई। यह गैस बाहरी वातावरण में आने के बाद स्टीरीन ऑक्सिजन के साथ आसानी से मिक्स हो जाती है। नतीजतन हवा में कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ने लगती है। यह गैस कितनी घातक है और स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुंचा सकती है, चलिए जानते हैं।

1) फेफड़ों को कर सकती है खराब

इस गैस को बहुत ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है और जो भी इसके संपर्क में आ रहा है और कुछ समय में बेहोश हो जा रहा है। इसका मतलब है यह गैस सीधे तौर पर फेफड़ों पर असर कर रही है। इसके संपर्क में आने के बाद लोगों के फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है और वे घुटन महसूस करने लगते हैं।

2) सांस लेने में तकलीफ

बताया जा रहा है कि इस जहरीली गैस के संपर्क में आने वाले लोगों को लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की। इस इलाके के अधिकतर लोगों में यह लक्षण दिखाई दिए हैं।

3) दिमाग और रीढ़ पर करती है असर

ऐसा कहा जा रहा है कि यह गैस दिमाग और रीढ़ की हड्डी पर भी असर डाल सकती है। इस वजह से गैस के संपर्क में आने वाले स्थानीय लोग सड़कों पर इधर-उधर गश खाकर गिर पड़े।

4) नर्वस सिस्टम भी हो सकता है प्रभावित

बताया जा रहा है कि स्टीरिन गैस मानव के नर्वस सिस्टम पर असर डाल सकती है। साथ ही पैंक्रियाटिक कैंसर को जन्म दे सकती है। एक अन्य अध्ययन बताता है कि स्टीरिन का असर आंखों के साथ सुनने पर भी पड़ सकता है।

गैस से बचने के लिए क्या करें

एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस गैस के संपर्क में आये लोगों का तुरंत इलाज करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। इससे बचने के लिए लोगों को फिलहाल गीले मास्क पहनने के लिए दिए जा रहे हैं। एक्सपर्ट्स यह भी मान रहे हैं कि आपको अभी बाहर निकलने से बचना चाहिए और घर के दरवाजे-खिड़कियों को अच्छी तरह बंद कर लेना चाहिए।

इसके अलावा आपको खूब पानी पीना चाहिए और अगर ज्यादा असहज लगे तो सिट्राजीन टैबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे ये भी कहा गया है कि इस गैस के असर को दूर करने के लिए दूध, केला, गुड़ आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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