जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली. संसद के मानसून सत्र में गतिरोध लगातार जारी है। लगातार चार दिनों से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही ठप है। गुरुवार को भी विपक्ष ने बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR – Special Intensive Revision) के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में जोरदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते कार्यवाही को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार ने मानी विपक्ष की मांग
विपक्ष के तीव्र विरोध के बीच सरकार ने एक अहम मांग को स्वीकार कर लिया है। अब संसद के दोनों सदनों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा कराई जाएगी। खबरों के मुताबिक, लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर 16-16 घंटे तक बहस की संभावना है।
गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक है, जो पहलगाम हमले के जवाब में की गई थी। माना जा रहा है कि इस चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी तीखी बहस देखने को मिल सकती है।
धनखड़ के इस्तीफे पर विपक्ष का सवाल
इस बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा मानसून सत्र के पहले ही दिन दिए गए अचानक इस्तीफे पर भी विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि “इतना बड़ा फैसला इतनी जल्दी कैसे लिया गया?”, और इसके पीछे के कारणों की मांग की जा रही है।
सरकार 16 अहम विधेयक पेश करने की तैयारी में
हालांकि सत्र अब तक हंगामेदार रहा है, लेकिन सरकार की योजना है कि इस मानसून सत्र में कम से कम 16 विधेयक पेश किए जाएं। इनमें शामिल हैं:
- मर्चेंट शिपिंग बिल
- इंडियन पोर्ट्स बिल 2025
- तटीय नौवहन विधेयक
- नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल
- नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन विधेयक
- मणिपुर GST बिल
- IIM संशोधन विधेयक
- टैक्सेशन संशोधन विधेयक
हालांकि विपक्ष के विरोध और कार्यवाही स्थगन के चलते इन विधेयकों को सदन में पेश कर पाना अब एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।