Friday - 5 January 2024 - 1:24 PM

फडणवीस के आरोप पर मलिक का पलटवार, कहा-पूर्व सीएम के इशारे पर उगाही…

जुबिली न्यूज डेस्क

महाराष्ट्र में क्रूज ड्रग्स मामले में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री व एनसीपी नेता नवाब मलिक पर गंभीर आरोप लगाया था। इसी कड़ी में बुधवार को नवाब मलिक ने पलटवार करते हुए फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाया है।

एनसीपी नेता मलिक ने भाजपा नेता फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, देवेंद्र फडणवीस के ‘आशीर्वाद’ से महाराष्ट्र में उगाही और जाली नोट का कारोबार चल रहा था।

मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम, अधिकारी (वानखेड़े) को बचाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वह उनका करीबी है।

मलिक ने कहा, देवेंद्र ने मुख्यमंत्री रहते अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग, क्रिमिनल लोगों को सरकारी कमीशन, बोर्ड में जगह दी। मुन्ना यादव नाम का व्यक्ति जो नागपुर का गुंडा है, जिस पर हत्या से लेकर सभी तरह के मामले दर्ज हैं। उसे आपने कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था।’

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आगे कहा, हैदर आजम नाम के नेता को फडणवीस ने फाइनेंस कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष बनाया था, जबकि वह बांग्लादेश के लोगों को मुंबई में बसाने का काम करता है। उसकी दूसरी पत्नी बांग्लादेशी है, जिसकी मालड पुलिस जांच कर रही थी। कहा गया कि जब पुलिस जांच कर रही थी तब सीएम ऑफिस से फोन आया था, जिसके बाद मामला दबाया गया।

फडणवीस के सीएम रहते हुए हुआ उगाही का काम : मलिक

नवाब मलिक ने फडणवीस पर आरोप लगाया कि उनके इशारे पर महाराष्ट्र में उगाही का काम हो रहा था। चाहे वह मामला बिल्डर्स का हो या फिर झगड़े का, सब में उगाही की जाती थी। यह भी कहा गया कि अगर विदेश से अंडरवर्ल्ड का फोन आ जाता था तो पुलिस भी मामला रफा-दफा कर देती थी।

मलिक ने कहा कि, जब 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी हुई, तब पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद, जाली नोट, काला धन खत्म करने के लिए नोटबंदी हो रही है। इसके बाद पूरे देश से जाली नोट पकड़े गए, लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया था, क्योंकि देवेंद्र के प्रोटेक्शन में जाली नोट का खेल चल रहा था।

उन्होंने आगे कहा, 8 अक्टूबर 2017 को एक छापेमारी हुई, जिसमें 14 करोड़ 56 लाख रुपये के जाली नोट पकड़े गए। उस मामले को रफा दफा देवेंद्र फडणवीस ने कराया था। इसमें इमरान आलम शेख, रियाज शेख को पकड़ा गया था, लेकिन बाद में इस जब्ती को 8 लाख 80 हजार रुपये बताकर दबाया गया।

उन्होंने कहा कि इस पर भी सवाल उठाए गए कि इस मामले में आरोपी को कुछ ही समय में जमानत कैसे मिल गई। मामला हृढ्ढ्र को क्यों नहीं दिया गया। ये नोट कहां से आए थे यह भी पता नहीं चला क्योंकि तत्कालीन सरकार का संरक्षण था।

रियाज भाटी का जिक्र किया

नवाब मलिक ने आगे कहा कि पूर्व सीएम फडणवीस बताएं कि रियाज भाटी कौन है? जाली पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया था। उस पर दाऊद इब्राहिम आदि के साथ संबंध की खबरें हैं।

उन्होंने कहा कि डबल पासपोर्ट के साथ आदमी पकड़ा जाए और वह दो दिनों में छूट जाए, क्या कहा जायेगा इसे। वह बीजेपी के कार्यक्रमों में क्यों दिखता था? आपकी डिनर टेबल पर आपके साथ कैसे दिखा? देश के पीएम के कार्यक्रम में वह कैसे पहुंच गया, प्रधानमंत्री के साथ तस्वीरें उसने कैसे खिंचवा लीं?

देवेन्द्र फडणवीस ने क्या आरोप लगाए थे?

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि एनसीपी नेता नवाब मलिक के परिवार ने अंडरवर्ल्ड के लोगों से जमीन खरीदी थी। यह भी कहा गया कि जमीन को दाऊद के लोगों से सस्ते में खरीदा गया।

फडणवीस ने दो नाम बताए। इसमें सरदार शाह वली खान और मोहम्मद सलीम पटेल का जिक्र किया गया। उन्होंने बताया कि सरदार शाह वली खान 1993 बम ब्लास्ट का गुनाहगार है, जिसे उम्रकैद हुई थी और मोहम्मद सलीम पटेल दाऊद इब्राहिम का गुर्गा था।

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