Tuesday - 9 January 2024 - 3:52 PM

जॉब के साथ ही ऐसे करें प्रतियोगिता परीक्षाओं को तैयारी

न्यूज़ डेस्क

अक्सर लोग फुल टाइम जॉब करते हुए तैयारी करने का प्लान करते है लेकिन वो अपनी पढाई में ज्यादा समय नहीं दे पाते और अगर पढने के लिए समय निकलते भी है तो नियमित रुप से नहीं। ऐसे में कई प्रतिष्ठित परीक्षा में बैठने के लिए असमंजस से गुजरते हैं कि जॉब और पढ़ाई के बीच वे संतुलन कैसे बिठाएं।

यदि आप जॉब में रहते हुए प्रतिष्ठित परीक्षाओं को क्रैक करने का इरादा रखते हैं, तो इसमें आपका प्लान भी उतनी ही अहम भूमिका निभाता है, जितना कि आपका परिश्रम। कई कामकाजी पेशेवर इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और उनमें से कुछ तो दुनिया से सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक इस परीक्षा में अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से सफल भी हुए हैं। इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

समय का सही उपयोग करें

जॉब करते हुए आपके सामने पढ़ाई के लिए अध‍िक से अध‍िक समय निकालने की चुनौती होती है। यदि आपके 8 घंटे दफ्तर में बीतते हैं, तो आप रोज पढ़ाई के लिए तीन या चार घंटे से ज्यादा नहीं निकाल पाएंगे। अत: यह जरूरी है कि दिन भर में आपको जो भी थोड़ा-थोड़ा समय मिले, उसका उपयोग आप परीक्षा की तैयारी के लिए करें। लंच टाइम सहित आपको जो भी छोटे-छोटे ब्रेक मिलें, उनका उपयोग अखबार व मैग्जीन पढ़ने के लिए करें, जिनमें करंट अफेयर्स की जानकारी मिल जाती है।

घंटों नहीं, मिनटों में पढ़ें

समय की कमी के चलते आपको अपने स्टडी सेशंस की प्लानिंग बहुत सावधानी से करनी होगी। जब समय कम हो, तो एक-एक सेकंड मायने रखता है। इसलिए अपना स्टडी प्लान घंटों के आधार पर नहीं, मिनटों के आधार पर बनाएं। मसलन, यदि आपको मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री पढ़ना है, तो आप उसे अलग-अलग टॉपिक्स में बांट सकते हैं, जैसे 1857 की क्रांति और उसके बाद लाए गए सुधार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना, गांधी के बाद भारत, भारत का राष्ट्रीय आंदोलन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 आदि। इन को आप सब-टॉपिक्स में बांट सकते हैं

बड़े टॉपिक्स को टुकड़ों में बातें

समय की कमी के चलते आपको अपने स्टडी सेशंस की प्लानिंग बहुत सावधानी से करनी होगी। जब समय कम हो, तो एक-एक सेकंड मायने रखता है। इसलिए अपना स्टडी प्लान घंटों के आधार पर नहीं, मिनटों के आधार पर बनाएं। मसलन, यदि आपको मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री पढ़ना है, तो आप उसे अलग-अलग टॉपिक्स में बांट सकते हैं, जैसे 1857 की क्रांति और उसके बाद लाए गए सुधार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना, गांधी के बाद भारत, भारत का राष्ट्रीय आंदोलन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 आदि।

इन टॉपिक्स को आप सब-टॉपिक्स में बांट सकते हैं। ऐसा प्रत्येक सब-टॉपिक कुछ मिनटों में पढ़ा जा सकता है। बड़े टॉपिक्स को टुकड़ों में बांटने से आपका टाइम मैनेजमेंट तो अच्छा होगा ही, आप अध‍िक समय तक अध‍िक जानकारी याद भी रख पाएंगे।

पूरी तरह इंटरनेट पर निर्भर न रहें

इसमें कोई शक नहीं कि पढ़ाई में इंटरनेट आपका साथी साबित होता है लेकिन यदि आपने सावधानी नहीं बरती, तो यही आपका दुश्मन भी बन सकता है। इंटरनेट पर दुनिया भर का ज्ञान और सूचनाएं होती हैं, इसलिए यह तैयारी में बहुत काम आता है। मगर यहां यह खतरा हमेशा रहता है कि आप उस विषय से भटक भी सकते हैं, जिसे पढ़ने के लिए आपने इंटरनेट खोला था। आपको एहसास ही नहीं होता कि कब आप काम की चीज पढ़ते-पढ़ते बेकार चीज पढ़ने लग गए अखबारों व मैग्जीनों में यह खतरा बहुत कम रहता है।

घर के पास हो ऑफिस

हालांकि, यह सबके लिए संभव नहीं हो सकता लेकिन यदि हो सके, तो अपने ऑफिस के आसपास ही घर तलाशें। इस प्रकार आप घर से ऑफिस आने-जाने का समय बचा सकेंगे और बचा हुआ हर मिनट आपकी पढ़ाई में काम आएगा। घर से दफ्तर की दूरी कम होगी, तो आपको थकान भी कम होगी और आप अध‍िक तरो-ताजा होकर पढ़ाई कर सकेंगे।

जॉब को फायदे का सौदा समझें

फुल-टाइम हो या पार्ट-टाइम, अगर आप जॉब में हैं, तो आप अपनी पढ़ाई का खर्च खुद वहन कर सकते हैं। साथ ही, मौजूदा जॉब के रूप में आपके पास एक तैयार बैक-अप है। वर्किंग प्रोफेशनल होने से आपको इंटरव्यू में अतिरिक्त अंक पाने में मदद मिलेगी। इंटरव्यू बोर्ड इस बात से इम्प्रेस होगा कि आप अनुभवी हैं और आर्थिक स्थिरता के बावजूद देश की सेवा करने के लिए आगे आना चाहते हैं।

आने जाने के दौरान पढाई से बचें

परीक्षा की तैयारी के लिए समय ‘चुराने” की खातिर कई परीक्षार्थी घर से ऑफिस और ऑफिस से घर आते-जाते वक्त पढ़ाई करते हैं। ऐसा करके वे गलती करते हैं। दरअसल, चलती बस या ट्रेन में पढ़ने से आपकी आंखों पर बहुत दबाव पड़ता है। भीड़ और शोर-शराबे के कारण एकाग्रता भी बार-बार भंग होती है। ऐसे में एक-एक वाक्य पढ़ने के लिए आपकी आंखों व दिमाग को कहीं अध‍िक जोर लगाना पड़ता है। इससे आपको थकान होगी और घर पहुंचने के बाद भी आप ठीक से नहीं पढ़ पाएंगे।

करें सिलेक्टिव स्टडी

कई परीक्षाओं का सिलेबस काफी लम्बा होता है और जो लोग बिना जॉब किए पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें भी सिलेबस पूरा करने में परेशानी आती है। इसलिए सिलेक्टिव स्टडी करें। डिफिकल्टी लेवल के आधार पर टॉपिक्स को शॉर्ट-लिस्ट करें और केवल उन टॉपिक्स को पढ़ने में अपना समय लगाएं, जो आपको परीक्षा को निकालने में काफी मदद करेगी।

ये भी पढ़े : पति के शव के साथ महिला को बस से जबरन उतारा

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com