ओमदत्त
प्रकृति और तर्क चाहे जो दे दिया जाए लेकिन एक दंत दर्द से बदतर कुछ नहीं है। दंत दर्द में तो रातों की नींद भी हराम हो जाती।
दांत और मसूढ़ों में कुछ होने पर कान ,सर सभी पीड़ा देने लगते हैं। ऊपर और नीचे के दातों की नसें किस तरह से कहां-कहां से जुड़ी हुई होती हैं और इनमें फर्क क्या होता है, कि ऊपर के दांत उखाड़ने से डाक्टर मना करते हैं जबकि नीचे के दांत उखाड़ दिए जाते हैं ।यह भी कहा जाता है कि ऊपर के दांत उखाड़ने से मस्तिष्क कमजोर होता है।
इन सारे सवालों का जवाब जुबली हेल्थ लाइव विद् ओमदत्त के इस अंक में आपको देंगे जाने माने दंत चिकित्सक डा विशाल शर्मा ।
डॉ. विशाल शर्मा ने लखनऊ के केजीएमयू से डेंटल सर्जरी में बैचलर डिग्री ली। लखनऊ के सरस्वती डेंटल कॉलेज के ओपीडी के इंचार्ज रहे और लगभग 22 सालों का इनका डेंटल सर्जरी में अनुभव है। इंडियन डेंटल मेडिकल एसोसिएशन के 2016 से यह मेरठ कैंट ब्रांच के सेक्रेटरी भी हैं। डॉक्टर शर्मा नेशनल और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंसेज में बराबर भागीदारी करते रहते हैं ।
पायरिया की शुरूआत कैसे होती है और इसके हो जाने से कितना खतरा है? जब दांतों मे दर्द हो और वह भी असहनीय तो न तो लौंग का तेल और न ही कुछ और ,स्थाई आराम दे पाता है ,ऐसी परिस्थिति में घर पर दर्द से स्थाई राहत पाने के लिये क्या उपाय है? सूजने वाले मसूड़ों से निकलने वाले पदार्थ कितनी तरह की बीमारियों को पैदा कर सकते हैं। क्या यह श्वसन तंत्र में भी संक्रमण पैदा करते हैं? मसूढ़ों की सूजन का पूरे शरीर के सूजन और रूमेटाइड आर्थराइटिस में क्या संबंध है ?
यह भी देखें : क्यों होते हैं पेट और आंत के गंभीर रोग
यह भी देखें : जानिए अपने तंत्रिका तंत्र को – ब्रेन स्ट्रोक,मिर्गी, माईग्रेन के लक्षण और उपचार
टूथपेस्ट में फ्लोराइड और ट्राई क्लोजन का लगातार इस्तेमाल करने से कई बीमारियों के होने का खतरा होता है यह कहां तक सही है कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
पान गुटका या फिर जर्दा,जिसे सुर्ती भी कहते हैं ,इसे खाने वाले बताते हैं कि दांतों के लिये फायदे मंद हैं तो यह कहना कितना सही है? दांतों का क्षरण यानी घिसना या खोखला होना प्राकृतिक है या फिर बढ़ती उम्र।क्या इसे रोकने के लिये कुछ किया जा सकता है?
इन सभी सवालों का जवाब देने के लिए देखिए ये वीडियो
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
