जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने देश के करोड़ों बेरोजगार युवाओं को राहत देने के लिए भर्ती प्रक्रिया में बड़ा सुधार किया है। अब रेलवे की भर्तियों में पारदर्शिता, तकनीक और तेज़ी को प्राथमिकता दी गई है, जिससे योग्य उम्मीदवारों को समय पर नौकरी मिल सकेगी और किसी भी तरह की धोखाधड़ी या भेदभाव पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकेगी।
हर भर्ती के लिए बार-बार फॉर्म नहीं
रेलवे ने “वन टाइम रजिस्ट्रेशन” (OTR) सिस्टम लागू किया है। अब उम्मीदवारों को हर भर्ती के लिए बार-बार फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी। एक बार पंजीकरण के बाद वे आने वाली सभी भर्तियों में सीधे आवेदन कर सकेंगे। यह उन लाखों युवाओं के लिए राहत है जो हर भर्ती में नए आवेदन से परेशान रहते थे।
आधार और रियल-टाइम फेस रिकग्निशन से पहचान की पुष्टि
अब रेलवे परीक्षा में e-KYC और फेस रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल करेगा। इसका फायदा ये होगा कि उम्मीदवार की पहचान आधार कार्ड और रियल-टाइम चेहरा मिलान के जरिए सुनिश्चित की जाएगी। इससे नकल और फर्जीवाड़ा पूरी तरह रुकेगा।
अब हर साल मिलेगा परीक्षा का शेड्यूल
रेलवे ने ग्रुप C पदों (NTPC, ALP, RPF, टेक्नीशियन आदि) के लिए वार्षिक परीक्षा कैलेंडर जारी करने का निर्णय लिया है। इससे छात्रों को पहले से पता होगा कि कब कौन सी भर्ती निकलेगी, आवेदन की तारीखें और परीक्षा कब होगी, जिससे वे बेहतर तैयारी कर सकें।
1.5 करोड़ आवेदन और फिर भी औसत 8 महीने में पूरी भर्ती
2024 में रेलवे ने 1,08,000 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे। NTPC, ALP, RPF, टेक्नीशियन जैसी प्रमुख भर्तियों में 1.5 करोड़ से अधिक आवेदन आए। इसके बावजूद अब औसतन 8 महीनों में पूरी चयन प्रक्रिया पूरी की जा रही है — भविष्य में इसे और तेज़ करने का लक्ष्य है।
परीक्षा केंद्र अब घर के पास, सुरक्षा के सख्त इंतजाम
रेलवे ने परीक्षा केंद्र की अधिकतम दूरी 500 किमी और औसतन 250 किमी के अंदर रखने का फैसला लिया है। सभी केंद्रों पर 100% मोबाइल जैमर लगाए जा रहे हैं, जिससे इलेक्ट्रॉनिक चीटिंग पूरी तरह रोकी जा सके। जून 2025 की परीक्षा में इसका सकारात्मक असर दिखा, जहां कोई बड़ी गड़बड़ी सामने नहीं आई।
इंटरनल प्रमोशन और वेटिंग लिस्ट सिस्टम भी सुधरा
अब रेलवे में आंतरिक पदोन्नति भी CBAT (Computer Based Aptitude Test) और टैबलेट-आधारित परीक्षा से होगी, जिससे योग्य कर्मचारियों को जल्द प्रमोशन मिलेगा।
जो उम्मीदवार नौकरी मिलने के बावजूद जॉइन नहीं करते, उनकी जगह अब वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवारों को तत्काल मौका दिया जाएगा — जिससे सीटें खाली न रहें।
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धार्मिक प्रतीकों पर स्पष्ट नीति
परीक्षा में धार्मिक प्रतीक जैसे चूड़ी, बिंदी, पगड़ी आदि पर कोई पूर्ण प्रतिबंध नहीं है, लेकिन सुरक्षा जांच के बाद ही इन्हें पहनकर परीक्षा में बैठने की अनुमति होगी।