जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 16वें रोजगार मेला के तहत देशभर के 51,000 युवाओं को सरकारी नियुक्ति पत्र वितरित किए। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चयनित युवाओं से सीधे जुड़े और उन्हें राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनने की शुभकामनाएं दीं।
देशभर में 47 स्थानों पर आयोजित हुआ मेला
इस रोजगार मेले का आयोजन देश के 47 अलग-अलग स्थानों पर किया गया। इसके जरिए केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, डाक विभाग, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, और अन्य विभागों में नियुक्तियां की गईं।अब तक इस योजना के तहत 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं।
पीएम मोदी का संदेश: “बिना पर्ची, बिना खर्ची”
पीएम मोदी ने कहा,“केंद्र सरकार में युवाओं को पक्की नौकरी देने का हमारा अभियान लगातार जारी है। हमारी पहचान है – बिना पर्ची, बिना खर्ची। ये नौकरियां आपकी मेहनत का नतीजा हैं, किसी सिफारिश या घूस का नहीं।”
प्रधानमंत्री ने चयनित युवाओं से अपील की कि वे इस नौकरी को सिर्फ एक नौकरी न समझें, बल्कि इसे देश सेवा का एक मौका मानें।
रोजगार मेलों से बदल रही युवा पीढ़ी की दिशा
प्रधानमंत्री ने बताया कि रोजगार मेलों से देश की युवा शक्ति को एक नया अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का उद्देश्य सिर्फ नौकरी देना नहीं है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाकर देश को सशक्त बनाना है।
उन्होंने आगे कहा कि,“मैं हाल ही में पांच देशों की यात्रा करके लौटा हूं और हर जगह भारत की युवा शक्ति की चर्चा हो रही है। आने वाले समय में जॉब्स का नेचर तेजी से बदल रहा है, इसलिए हम युवाओं को उसी के अनुसार तैयार कर रहे हैं।”
क्या है रोजगार मेला?
रोजगार मेला, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य सरकारी विभागों और संगठनों में युवाओं को पारदर्शी तरीके से रोजगार देना है।
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यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां नियोक्ता (सरकारी संस्थाएं) और नौकरी चाहने वाले युवा एक साथ आते हैं। इस दौरान सीधी भर्ती प्रक्रिया अपनाई जाती है जिसमें परीक्षा, साक्षात्कार और मूल्यांकन के आधार पर चयन होता है।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के अनुसार, इस योजना का मकसद नियोक्ताओं और उम्मीदवारों के बीच सीधा और प्रभावी संपर्क स्थापित करना है।