सुरेन्द्र दुबे आज पत्रकारिता दिवस है इसलिए हमने सोचा कि क्यों न हम पत्रकारिता की दशा और दुर्दशा पर चिंतन करें. हो सकता है पत्रकारिता आने वाले दिनों में और निचले पायदान पर चली जाए या हो सकता है कि पत्रकारों की आत्मा जागे जिससे समाज को लगे कि भले …
Read More »जुबिली डिबेट
4 साल में आधी हो गई GDP, आर्थिक मोर्चे पर असफल रहे नरेंद्र मोदी ?
उत्कर्ष सिन्हा कुछ वक्त पहले जब भारत की अर्थव्ययवस्था के 5 ट्रिलियन होने का लक्ष्य घोषित किया गया था, तब ये खबर हफ्तों मीडिया की सुर्खियों में रही थी। सरकार के नुमाईनदे और समर्थक इस खबर को लगातार चर्चा में बनाए हुए थे। लेकिन अब जब आर्थिक मोर्चे से बुरी …
Read More »लाक डाउन 5.0 की विवशता को स्वीकार करें हम
कृष्णमोहन झा कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए संपूर्ण देश में जब पहली बार21 दिन के लाक डाउन कीघोषणा की गई थीतब हमें यह उम्मीद थी कि कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए यह अवधि पर्याप्त सिद्ध होगी परंतु 21 दिनों कीअवधि पुर्ण होने के पहले …
Read More »टिड्डियों का हमला तो आम बात है, फिर इतना शोर क्यों?
डॉ. प्रशान्त राय विश्व भर में 2020 का वर्ष लगातार प्राकृतिक या यूँ कहें तो जैविक आपदावो से घिरा हुवा वर्ष साबित हो रहा है। पहले क़ोरोना नामक एक विषाणु पूरे विश्व पर क़ब्ज़ा किया और तमाम विकसित और विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था को धाराशाई कर दिया। दूसरी तरफ़ आसमानी …
Read More »क्या कोरोना युद्ध में असफल हो रही है सरकार ?
उत्कर्ष सिन्हा ये खबर लिखने के वक्त 64 दिन हो चुके हैं जब हमारे प्रधानमंत्री ने कोरोना से लड़ाई की शुरुआत की घोषणा जनता कर्फ्यू के साथ की थी । आज दो महीने 4 दिन बाद हालात और भी बदतर हो चुके हैं। शहरों में सिमटा कोरोना गावों तक पहुच …
Read More »क्या कोरोना बदल देगा राजनीति की दिशा ?
उत्कर्ष सिन्हा हर राजनीति का एक दौर होता है । हर संकट बदलाव लाता है । ये दो कथन एक दम सत्य है। इतिहास की कसौटी पर कसिएगा तो आप साफ देख पाएंगे कि राजनीति ने भी एक खास वक्त के बाद अपना केंद्र बदला है। उसके मुद्दे भी बदल …
Read More »बादशाह को बचाने के लिए मजदूरों पर निशाना !
सुरेन्द्र दुबे कोरोना के मामले अचानक बढ़ना शुरू हो गए है।संक्रमितों की संख्या सवा लाख के पार पहुंच चुकी है और इससे मरने वालों की संख्या चार हजार के करीब पहुंच चुकी है।वैसे तो ये आंकड़े विश्व की तुलना में सुकून देने वाले है। हमें अपने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी …
Read More »डंके की चोट पर : हामिद को इस बार भी ईदी मिली है मगर…
शबाहत हुसैन विजेता तीस रोजों के बाद फिर से ईद आ गई है. हामिद को इस बार भी ईदी में पैसे मिले हैं. अपनी ईदी के पैसों से हामिद फिर अपनी दादी के लिए ही कुछ खरीदना चाहता है. इस बार जेब में पहले से बहुत ज्यादा पैसे हैं लेकिन …
Read More »कसौटी पर है संघ का योगदान
केपी सिंह कोरोना को लेकर देश के नाम अपने संबोधनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कहा है कि दुनियां अब पहले जैसी नही रह गई है। जिसके मददेनजर हमें अपनी जीवन शैली बदलनी पड़ेगी। सादगी और आत्मनिर्भरता का अवलंबन करना होगा जिससे उनका आशय था कि उपभोक्तावाद का …
Read More »ये कोरोना काल है या कन्फ्यूजन काल ?
उत्कर्ष सिन्हा कोरोना की चपेट में आए हमे करीब दो महीने हो चुके हैं । इस बीच लगातार बहुत कुछ घट रहा है । वैसे तो वक़्त के चक्र में बहुत कुछ हमेशा ही घटता रहता है और उसके केंद्र में मौजूद कारक बदलते रहते हैं । इस व्यक्त घटित …
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