Saturday - 19 April 2025 - 8:50 PM

जुबिली डिबेट

दुश्मन के शव के साथ भी ऐसा नहीं होता, ये तो फिर अपने हैं

प्रीति सिंह दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इंसानी सभ्यताओं के विकास की कहानियां और रस्मों रिवाज भले ही कितने अलग क्यों न हो लेकिन कुछ बातें एक जैसी होती हैं। जैसे शवों के सम्मान की परंपरा। हर जगह दुश्मन तक के शव के सम्मान देने का चलन है, लेकिन कोरोना …

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महामारी, महिलायें और मर्दवाद

जावेद अनीस कोरोना वायरस ने भारत सहित पूरी दुनिया को बदल दिया है लेकिन दुर्भाग्य से इससे हमारी सांप्रदायिक, नस्लीय, जातिवादी और महिला विरोधी सोच और व्यवहार में कोई फर्क नहीं पड़ा है। आज दुनिया भर के कई मुल्कों से खबरें आ रही हैं कि लॉकडाउन के बाद से महिलाओं …

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डंके की चोट पर : इन्साफ का दम घोंटते खादी और खाकी वाले जज

शबाहत हुसैन विजेता पड़ोसी मुल्क ने हमारी ज़मीन हड़प ली तो हमने उसके तैयार किये हुए 59 एप डिलीट कर उससे बदला ले लिया. गैंगस्टर ने दस पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया तो उसी के बुल्डोज़र से उसका घर ढहा कर उससे बदला ले लिया. उसकी गाड़ियों को बुल्डोजर से …

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कोरोना, कट्टरता और पूर्वाग्रह का काकटेल

जावेद अनीस आजाद भारत अपनी विवधता को लेकर शायद ही कभी इतना असहज रहा हो। आज जबकि कोरोना जैसे संकट से लड़ने के लिये हमें पहले से कहीं अधिक एकजुटता की जरूरत थी लेकिन दुर्भाग्य से इस संकट का उपयोग भी धार्मिक बंटवारे के लिये किया जा रहा है। देश …

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कोरोना काल में बदलते रिश्ते

प्रीति सिंह जब हम कहीं फोन मिलाते हैं तो रिंग जाने से पहले एक महिला की आवाज आती है। वह महिला कोरोना से बचने की अपील करती है और साथ में कहती है कि बीमारी से बनाएं दूरी बीमार से नहीं। अपनों की करें देखभाल तो देश जीतेगा कोरोना से …

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एमपी भाजपा में ये विरोध तो होना ही था

प्रीति सिंह आखिरकार मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो ही गया, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। पर इस विस्तार के साथ ही पार्टी के भीतर विरोध भी शुरु हो गया, जिसकी उम्मीद की जा रही है। भाजपा के कुछ विधायक …

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विपक्ष के सामने नई चुनौती

सुरेंद दुबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विगत 30 जून को अपने 16 मिनटीय राष्‍ट्र के संबोधन में स्‍पष्‍ट कर दिया की अब उनकी प्राथमिकता देश के वे 80 करोड़ लोग हैं जो गरीब, अति गरीब, महा गरीब या फिर फुटपाथों पर फटे हाल जिंदगी जीने वाले लोग हैं जिनको दो …

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चावल या गेहूं के सहारे पोषण और सेहत की क्या होगी तस्वीर ?

प्रीति सिंह अक्सर कहा जाता है ‘हेल्थ इज वेल्थ’। मतलब स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी है। जाहिर है जब हम स्वस्थ्य होंगे तो ही कुछ कर पायेंगे। इसीलिए डॉक्टर अच्छा खाने-पीने की सलाह देते हैं। हम जितना पौष्टिक आहार लेंगे उतना ही स्वस्थ्य रहेंगे। आज जब कोरोना संक्रमण तेजी से …

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बंधन है, मगर यह जरुरी भी है 

मयंक पांडेय कोविड-19 से लड़ने मे हमारा पहला हथियार है “मास्क”, इसकी अनिवार्यता में कोई दो राय नहीं है।हम कोरोना से बचाव के लिये घरों से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करते हैं और ये सबके लिये आवश्यक भी है। इस महामारी से बचाव में एक अहम कड़ी है …

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दिल्ली पहुंचने के बाद भी राष्ट्रीय एजेंडे में नहीं

प्रीति सिंह देश की राजधानी दिल्ली की एक खासियत यह है कि यहां की हर खबर राष्ट्रीय बन जाती है और देश के दूसरे जगहों की बड़ी से बड़ी खबर राज्य तक ही सीमित रह जाती है। शायद इसीलिए अपनी बात दुनिया को बताने के लिए लोग दिल्ली में जाकर …

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