हिंसा से किसान आंदोलन दमदार हुआ या बदनाम ! नवेद शिकोह गांधीवादी दायरे में बंधा आंदोलन भी अहिंसक नहीं हो पाता। इतिहास गवाह है, देश की आजादी की लड़ाई में अहिंसा के पुजारी महत्मा गांधी के आंदोलन के प्रदर्शन भी हिंसा की लपेट में आ गए थे।और गांधी जी पर …
Read More »जुबिली डिबेट
तो क्या असम में भाजपा के लिए गले की हड्डी बन गई है सीएए-एनआरसी?
प्रीति सिंह असम में इस साल मार्च-अप्रैल महीने में विधानसभा चुनाव होना है। सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं। जनसभा-रैलियों का दौर शुरु हो गया है। असम की सत्ता बचाए रखना भाजपा के लिए चुनौती है। भाजपा इसके लिए जी तोड़ मेहनत भी कर रही है। …
Read More »आज की दुनिया अहंकार , तानाशाही, अव्यवस्था और एनार्की के खिलाफ है
डॉ. सी. पी. राय अमरीका के निचले सदन ने ट्रम्प खिलाफ आये महाभियोग का प्रस्ताव 197 के मुकाबले 232 वोट से पास कर दिया था । ट्रम्प शायद अमरीका के पहले राष्ट्रपति है जिनके चुनाव जीतते ही जो उन्होने इलेक्टौरल वोट से जीता था जबकी जनता के वोट मे उन्हे …
Read More »डंके की चोट पर : ब्रिटिश हुकूमत भी मानती थी वही नेताजी थे
शबाहत हुसैन विजेता देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था. ब्रिटिशर्स सोने की चिड़िया के पंख उखाड़ने में लगे थे. हर तरफ कराहों और सिसकियों की गूँज सुनाई दे रही थी. उस दौर में भी ऐसे लोगों की कमी नहीं थी जो मुल्क पर कब्ज़ा जमाये लोगों की हां …
Read More »कोरोना की तरह इसे कब गंभीरता से लेंगी सरकारें
प्रीति सिंह इस समय दुनिया के अधिकांश देश कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे हैं। कोरोना से लड़ाई में दुनिया को कारगर हथियार वैक्सीन मिल गई है जिसकी वजह से अब उम्मीद है कि जल्द ही दुनिया कोरोना पर विजय पा लेगी। लेकिन दुनिया में कोरोना वायरस से खतरनाक कई …
Read More »अमेरिका में सकारात्मक बदलावों के नए युग की शुरुआत
कृष्णमोहन झा अमेरिका में पराजित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए आखिरकार बेमन से व्हाइट हाउस खाली कर दिया। उनके सामने इसके अतिरिक्त कोई दूसरा रास्ता नहीं था परंतु अगर उन्होंने नवंबर में संपन्न राष्ट्रपति चुनावों में पूरी गरिमा और विनम्रता के साथ अपनी पराजय स्वीकार …
Read More »क्या अमरीका से दुनिया को कोई सबक़ मिलेगा ?
डॉ. सी पी राय एक ग़लत फ़ैसला देश को कहा पहुँचा देता है और व्यवस्था तथा समाज को कितना छिन्न भिन्न कर देता है ? कोई अयोग्य और ग़लत व्यक्ति किसी नारे या भावना में सत्ता तो पा सकता हैं पर उसके योग्य वो सफल लोगों का अनुसरण कर, योग्य …
Read More »दर्द और उदासी से जंग लड़कर जो जीते वही बाइडेन
आवेश तिवारी वह 20 साल की उम्र तक हकलाता था, फिर उसने शीशे के सामने कविताएं पढ़नी शुरू की उसका हकलाना बंद हो गया। उसके हिस्से बचपन से ही गहरी उदासी और अवसाद आया लेकिन उसने कभी हार न मानी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक मुल्क के राष्ट्रपति पद का …
Read More »“तांडव” के विरोध की कहीं असली वजह ये तो नहीं
शबाहत हुसैन विजेता लखनऊ. इन दिनों सैफ अली खान और डिम्पल कपाड़िया की वेब सीरीज तांडव को लेकर विवादों का बाज़ार गर्म है. हंगामा बिलकुल उसी तर्ज़ पर है जैसे कि पद्मावत को लेकर करणी सेना ने किया था. पद्मावत का सेट तोड़ा गया, निर्देशक को पीटा गया. सड़कों पर …
Read More »अचानक यूपी में क्यों बैकफुट पर दिखाई देने लगी है भाजपा ?
कुमार भवेश चंद्र अमित शाह के अगुवाई में बने संगठन की आक्रामकता की वजह से विपक्षी दलों के भीतर सियासी डर पैदा करने वाली बीजेपी की यूपी इकाई क्या किसी आशंका से गुजर रही है? चुनावी साल के करीब आते-आते क्या पार्टी किसी बगावत के डर से सहमी हुई है। …
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