के.पी. सिंह शुक्रवार को मैनपुरी में मुलायम सिंह और मायावती का संयुक्त संबोधन ऐतिहासिक रहा। दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर जो संदेह प्रकट किये जा रहे थे उनका अंत एकजुट रैली से हो गया है। किसी को आशा नही थी कि मुलायम सिंह बसपा सुप्रीमों के प्रति अपनी कटु …
Read More »ओपिनियन
सूबे का मुस्लिम अवाम बना वोट बैंक
राजेन्द्र कुमार लखनऊ चुनाव और मुसलमान उत्तर प्रदेश की राजनीति का यथार्थ भी है और मिथ भी। चुनाव आते ही इस वोटबैंक की परवाह शुरू हो जाती है। सभी दलों की राजनीति के केंद्र में मुसलमान होता है पर उसके मुददे पीछे रहते हैं। इस बार फिर सूबे का मुस्लिम …
Read More »स्मृति ईरानी: लीक तोड़ने की वजह होनी चाहिए
राजनीति में पैंतरेबाजी का अभिन्न महत्व है। इस मामले में कोई दूध का धुला नही है। रणनीतिक जरूरतों के लिए कई बार पार्टिया और नेता पटरी से उतर जाते हैं। राजतंत्र में तो यह होता ही था, लोकतंत्र में भी होता है। दिशा सूचक बिंदुओं की आम सहमति राजनीति साम-दाम-दण्ड-भेद …
Read More »लखनऊ में भाजपा की घेराबंदी के नाम पर ये क्या?
रतन मणि लाल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र होने की वजह से सभी दलों और नेताओं के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन इस बार के लोक सभा चुनाव में ऐसा लगता है कि प्रमुख विपक्षी दल ने केवल लखनऊ को गंभीरता से नहीं ले रहे, बल्कि यहाँ …
Read More »आप चुन रहे या चुने जा रहे?
डॉ. श्रीश पाठक अमेरिका के स्वतन्त्रता संग्राम का प्रमुख नारा था- ‘बिना प्रतिनिधित्व के कर नहीं!’ अपने प्रतिनिधियों को चुनने का हक़, लोकतंत्र में एक बुनियादी हक़ है। शक्ति का केन्द्रीकरण न हो, लोकतंत्र के लिहाफ में कहीं कोई तानाशाह न तनकर खड़ा हो जाए, फिर विकास की बनावट में …
Read More »जर्मनी में मरीजों की मुश्किलें अब होगी कम
अंकित प्रकाश अगर आप ये सोचते हैं कि आप जर्मनी में जब चाहे तब डाक्टर से मिल सकते हैं और इलाज करा सकते हैं तो आप बिलकुल गलत सोच रहे हैं। डॉक्टर से मिलना यहाँ पर एक बड़ा काम है। पहले आपको अपॉइंटमेंट लेना होता है और मिलने की तारीख …
Read More »भारत की गौरव पताका बन गया है बाबा साहब का नाम
के.पी. सिंह समूची दुनियां में आज बाबा साहब अंबेडकर के नाम से भारत का गौरव बढ़ रहा है। भेदभाव के खिलाफ दुनियां के किसी भी कोने में सम्मेलन हो बाबा साहब के विचारों की चर्चा उनका अनिवार्य हिस्सा होता है। अमेरिका की कोलम्बिया यूनीवर्सिटी के ढाई सौ वर्ष के इतिहास …
Read More »पहेलियों जैसी अबूझ हो रही समकालीन राजनीति
केपी सिंह समकालीन राजनैतिक परिदृश्य में पहेलियों जैसे उलझाव से भरे रोचक तत्व शामिल हो रहे हैं। बोफोर्स का प्रेत राफेल विमानों की खरीद में घेरे जाने से परेशान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोफोर्स दलाली के गड़े मुर्दे को उखाड़ दिया। हैरत की बात तो यह है कि इस पर …
Read More »करिश्माई निशानेबाज हैं मोदी!
कृष्णमोहन झा देश में लोकसभा चुनाव अभियान जोर पकड़ने लगा है। अत एव केन्द्र की सत्ता में आसीन बीजेपी और विरोधी दलों के मध्य आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी अब चरम पर है। विपक्ष बिखरा हुआ है इसलिये विभिन्न विपक्षी दलों के नेता अपने-अपने तरीके से भाजपा एवं मोदी सरकार …
Read More »मोदी सरकार से मेरी निराशाएँ
डॉ॰ श्रीश पाठक अब जबकि देश अपने अगले प्रधानमंत्री की बाट जोह रहा है, एक मतदाता के तौर पर मुझे मोदी सरकार से अपनी उम्मीदों की पड़ताल कर लेनी चाहिए। मोदी सरकार की प्रशंसाओं के पुल तो यत्र-तत्र-सर्वत्र उपलब्ध हैं, किन्तु इस सरकार से मेरी व्यक्तिगत निराशाएँ भी दर्ज होनी …
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