जुबिली न्यूज डेस्क
अहमदाबाद– अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जो इस बड़े हादसे की वजहों पर रोशनी डालते हैं।
हादसे की 10 बड़ी बातें जो रिपोर्ट में सामने आईं:
1. टेकऑफ के बाद दोनों इंजन एक साथ बंद हुए
AAIB रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद ही दोनों इंजन रन (RUN) मोड से अचानक कटऑफ (CUTOFF) मोड में चले गए। विमान पहले ही जरूरी ऊंचाई हासिल कर चुका था, इसके बावजूद यह तकनीकी गड़बड़ी सामने आई।
2. हादसे में 260 लोगों की मौत
इस भीषण हादसे में 229 यात्री, 12 क्रू मेंबर और 19 ज़मीन पर मौजूद लोग मारे गए। इसके अलावा एक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ।
3. हादसे की जगह
विमान अहमदाबाद के BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया, जो रनवे से केवल 1 किलोमीटर दूर था। दुर्घटना स्थल पर मलबा 1000 फीट x 4000 फीट के क्षेत्र में फैला हुआ था।
4. पायलट और को-पायलट की चौंकाने वाली बातचीत
ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हुई बातचीत में पायलटों के बीच सवाल-जवाब सामने आया – एक पायलट ने पूछा, “स्विच किसने बंद किया?” जवाब आया, “मैंने नहीं किया।” यह दर्शाता है कि दोनों इंजन अचानक और अनजाने में बंद हुए।
5. फ्लाइट रिकॉर्डर से मिला अहम डेटा
दो फ्लाइट रिकॉर्डर में से एक से 46 घंटे का फ्लाइट डेटा और 2 घंटे की ऑडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त हुई। हादसे से जुड़े पल इस रिकॉर्डिंग में दर्ज हैं। दूसरा रिकॉर्डर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
6. उड़ान की स्थिति और विमान की तकनीकी स्थिति
विमान (Boeing 787-8, VT-ANB) 2012 में बना था और GE GENx-1B इंजन से लैस था। उड़ान से पहले विमान तकनीकी रूप से फिट पाया गया था, हालांकि कुछ छोटे तकनीकी बिंदु सक्रिय थे जो सामान्य रूप से नियंत्रण में थे।
7. टेकऑफ से महज दो मिनट बाद ‘MAYDAY’ कॉल
पायलटों ने टेकऑफ की अनुमति 08:07 UTC पर ली और 08:09 UTC पर आपातकालीन कॉल “MAYDAY” भेजा। यह दिखाता है कि हालात कितनी तेजी से बिगड़े।
8. इंजन दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश नाकाम
पायलटों ने दोनों इंजनों को दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन एक इंजन स्टार्ट नहीं हुआ। आपातकालीन पावर यूनिट (RAT) खुद-ब-खुद सक्रिय हो गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
9. रखरखाव में कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि विमान के रखरखाव में कोई बड़ी चूक नहीं थी। इससे यह अंदेशा बढ़ता है कि हो सकता है कोई मानव-त्रुटि या सिस्टम फेल्योर हुआ हो।
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10. अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद
भारत की AAIB के साथ-साथ अमेरिका (NTSB), ब्रिटेन, पुर्तगाल, और कनाडा जैसे देशों के विशेषज्ञ भी जांच में शामिल हैं। इससे स्पष्ट है कि यह मामला वैश्विक स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है।