जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। विश्व के कई देशों में अब भी कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है। अभी तक भारत में कोरोना की दो लहरे देखने को मिली है, जो काफी खतरनाक रही है। हालांकि अब भी कोरोना की तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इस बीच कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने पूरी दुनिया की नींद उड़ाकर रख दी है। इसको लेकर यह भी कहा जा रहा है कि यह तेजी से म्यूटेट होता है और यही सबसे चिंता की बात है।
इस नये वेरिएंट का नाम ‘ओमीक्रॉन’ का नाम दिया जा रहा है। कोरोना का नया वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में मिला है। यह कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी खतरनाक है। जो नया वेरिएंट मिला है उससे तेजी से संक्रमण फैलने की आशंका है।
बोत्सवाना में मिला यह वेरिएंट अब तक वायरस का सबसे उत्परिवर्तित स्वरूप है। कोरोना के बी.1.1.529 वेरिएंट का नाम ओमिक्रॉन वेरिएंट रखा गया है।

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कहा जा रहा है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट दक्षिण-पूर्व एशिया में तबाही मचा सकता है। डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को आगाह किया है। इसके बाद से दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका पर कई तरह की पाबंदियां लगा रहा है।
इतना ही नहीं कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों को बैन कर दिया है। जबकि वहां से आने वाले लोगों के लिए क्वारनटीन करने का फैसला लिया है।
इन सब वजह से दक्षिण अफ्रीका काफी परेशान और दुखी है। पाबंदियां लगने पर दक्षिण अफ्रीका का भी दर्द छलका और उसने कहा है कि उसे कोविड के नए वेरिएंट (what is omicron variant) की पहचान करने की ‘सजा’ मिल रही है।
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ब्रिटेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, यूरोपियन यूनियन, ईरान, जापान, थाइलैंड और अमेरिका ने भी दक्षिण अफ्रीका पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (एनआईसीडी) ने पुष्टि की कि दक्षिण अफ्रीका में बी.1.1.529 का पता चला है और जीनोम अनुक्रमण के बाद 22 मामलों की पुष्टि हुई है।
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