जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। बढ़ते प्याज के दामों से आम जनता परेशान हैं, ऐसे में आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने 1 लाख टन प्याज इंपोर्ट करने का फैसला लिया है।
सरकार के इस कदम से प्याज की ऊंची कीमतों से आमजन को राहत मिलेगी। ये प्याज अफगानिस्तान से खरीदा जाएगा। सरकार के प्लान के मुताबिक हर दिन देश में 4000 टन प्याज भारत आएगा।
देश में प्याज की कमी को पूरा करने के लिए सरकार अफगानिस्तान से इसका आयात कर रही है लेकिन पाकिस्तान इसमें अड़ंगे डाल रहा है। अफगानिस्तान के कारोबारियों का आरोप है कि पाकिस्तान की कारस्तानी के कारण भारत के लिए निर्यात किए जाने वाला प्याज वाघा बॉर्डर पर सड़ रहा है।
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जून में पाकिस्तान ने वाघा सीमा से अफगानिस्तान के निर्यात की अनुमति दी थी। कोविड के कारण मार्च में अफगानिस्तान से भारत को वाघा सीमा के जरिए निर्यात में बाधा आई थी।
पाकिस्तान का दावा है कि वह अफगानिस्तान के साथ सभी तरह के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कृतसंकल्प है लेकिन अफगानिस्तान चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इनवेस्टमेंट को काबुल में कारोबारियों से शिकायत मिली है। उनका कहना है कि भारत जाने वाला 70 फीसदी प्याज वाघा सीमा पर सड़ रहा है।
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सूत्रों का कहना है कि केवल 30 फीसदी ट्रकों को ही रोजाना प्रोसेस किया जा रहा है। खबर तो ये भी है कि सीमा पर पर्याप्त संख्या में स्कैनर नहीं हैं। पाकिस्तान के अधिकारी माल को छोटे बैगों में रखने पर जोर दे रहे हैं जिससे कारोबारियों की लागत बढ़ रही है और प्रोसेसिंग में देरी हो रही है। एसीसीआई ने चेतावनी दी है कि अगर यही स्थिति रही तो इससे द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित हो सकता है।
2010 के ट्रांजिट ट्रेड एग्रीमेंट के तहत पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के जरिए भारत को निर्यात की अनुमति दी थी लेकिन वह इस रास्ते भारत से आयात नहीं कर सकता है। पाकिस्तान इस रास्ते भारत और अफगानिस्तान के बीच किसी भी तरह के द्विपक्षीय व्यापार का विरोध करता आया है। उसका कहना है कि इससे अफगानिस्तान के साथ उसका द्विक्षीय व्यापार प्रभावित होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि अगले एक महीने के अंदर प्याज की नई फसल भी बाजार में आने लगेगी और इंपोर्ट प्याज की मदद से कीमतों में राहत रहेगी यानी अब जनता को महंगा प्याज नहीं खरीदना पड़ेगा।
सरकार ने प्याज के आयात का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि सरकार के पास प्याज का महज 25 हजार टन का सुरक्षित भंडार (बफर स्टॉक) ही बचा हुआ है और ऐसा माना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते तक ये प्याज खत्म हो सकता है।
फिलहाल इस समय देश में प्याज की खुदरा कीमत लगभग 75 रुपए किलो के पार है। ऐसे में कीमतों पर नियंत्रण रखने और मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने प्याज इंपोर्ट करने का फैसला लिया है।
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