Sunday - 28 January 2024 - 1:58 PM

पूर्व विधायक की हत्या पर अखिलेश ने क्या कहा ?

जुबिली स्पेशल डेस्क

उत्तर प्रदेश में अपराधी लगातार कानून को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। सूबे में एकाएक अपराध चरम पर पहुंच गया है। इतना ही नहीं अपराधियों को अब खाकी का रत्ती भर भी खौफ नहीं रह गया है। हत्या, लूट, रेप व चोरी जैसी घटनाये लगातार उत्तर प्रदेश में बढ़ रही है।

ताजा मामला है ताजा मामला लखीमपुर खीरी का है जहां पर जमीन के विवाद के मामले में दबंगों ने पूर्व विधायक निर्वेंद्र कुमार मिश्रा को लात घूंसे लाठी-डंडों से इतना पीटा की उनकी मौत हो गई है। इस पूरी घटना से एक बार फिर योगी सरकार सवालों के घेरे में है। इसके साथ ही यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष एक बार फिर योगी सरकार को अपने निशाने लिया है।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में प्रदेश की जनता कानून-व्यवस्था के विषय पर चिंतित ही नहीं, भयभीत भी है। उन्होंने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि पुलिस की मौजूदगी में आज दिनदहाड़े लखीमपुर में तीन बार के विधायक रहे निर्वेंद्र मिश्रा की निर्मम हत्या और उनके पुत्र पर हुए कातिलाना हमले से प्रदेश हिल गया है। भाजपा राज में प्रदेश की जनता कानून-व्यवस्था के विषय पर चिंतित ही नहीं, भयभीत भी है।

यह भी पढ़ें : फर्जी दस्तावेज़ ने 34 लाख की जगह करा दिया आठ करोड़ का भुगतान

यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह वायरस

उधर यूपी कांग्रेस ने योगी सरकार सरकार पर तगड़ा प्रहार किया है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट करते हुए लिखा है किलखीमपुर में नाबालिगों के हत्याओं के दौर के बाद उप्र के जंगलराज ने अब पूर्व विधायक को शिकार बनाया। 3 बार के पूर्व विधायक निर्वेंद्र मिश्रा की निर्मम हत्या।

मुख्यमंत्री जी ! कब तक पर्दा डालोगे अपनी नाकामियों पर? कब तक चुप रहोगे इन हत्याओं पर? अब कितनों जानों पर नींद से जगोगे?

वहीं, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा यूपी लखीमपुर खीरी के पूर्व विधायक श्री निर्वेन्द्र कुमार मिश्र उर्फ मुन्ना की निर्मम हत्या व इसी जिले में छात्रा की दुष्कर्म के बाद फन्दा लगाकर की गई हत्या की घटनायें अति-दु:खद व चिन्ताजनक। सरकार दोषियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करे जिससे ऐसी दर्दनाक घटनायें प्रदेश में रूकें।

यह भी पढ़ें : सोनिया को चिट्ठी लिखकर तूफ़ान उठाने वाले वर्चुअल मीटिंग में फिर बैठने वाले हैं साथ

यह भी पढ़ें : अब मायावती ने राजस्थान सरकार से क्यों कहा ‘न्याय दे’

बता दें कि योगी ने 20 मार्च 2017 को यूपी की कमान संभाली थी और उन्होंने दावा किया था कि यूपी में कानून चुस्त व दुरुस्त करेगे लेकिन फिलहाल ऐसा होता दिख नहीं रहा है। योगी राज अपराधियों के हौंसले बुलंद नजर आ रहे है। इतना ही नहीं खाकी पर कई सवाल उठ रहे हैं।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com