जुबिली स्पेशल डेस्क
मौजूदा समय में सोशल मीडिया की उपयोगिता लगातार बढ़ रही है। आलम तो यह है कि हर कोई सोशल मीडिया से जुड़ा रहना चाहता है। लोग देश में हो या फिर विदेश में सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।
सोशल मीडिया के सहारे लोगों को बेहद कम वक्त में ताजा सूचनायें भी प्राप्त हो जाती है। हालांकि कुछ लोग सोशल मीडिया के सहारे रातों-रात स्टार बन जाते हैं।
दरअसल ऐसे लोग सोशल मीडिया पर कोई वीडियो पोस्ट कर स्टार बन जाते हैं। ऐसे ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में उपजिलाधिकारी सदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसपर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। वायरल वीडियो में महिला अधिकारी मेडिकल ऑफिसर द्वारा कुर्सी ऑफर नहीं करने पर इतनी ज्यादा खफ हो गई उसने सीएमओ को फोन करके बोलती हैं कि इनको मैनर्स सिखा दीजिए नहीं तो खिंचवा कर थाने में बैठवा दूंगी।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि उपजिलाधिकारी सदर सीएमओ साहब को फोन पर गुस्से में बोलती हैं कि सीएमओ साहब इन लोगों को मैनर्स सिखा दीजिए। कल मै लिखित रूप में डीएम साहब को रिपोर्ट भेजूंगी। चंद्रकांत (मेडिकल ऑफिसर) यह किस पोस्ट पर हैं। इनसे तो मैं बात ही नहीं करूंगी और अगर अगली बार ऐसे बात की तो खिंचवा कर डॉक्टरों को थाने में बैठवा दूंगी।
SDM स्वाति शुक्ला न पहली हैं और न आखिरी।ये कुर्सी ही सामंती है।ये सामन्त अपने अधिकार अपनी ताकत तो खूब जानते हैं और उसका दुरुपयोग कर के उसका सुख भी लेते हैं पर अपनी जनता के प्रति जवाबदेही का कोई एहसास नहीं।यही लोग इस देश के सबसे बड़े शत्रु हैं। https://t.co/LVKGeAzds0
— Lokesh Verma (@brahmagyani1983) October 9, 2022
उधर वीडियो वायरल होने के बाद दोनों तरह से मामले को शांत करने की कोशिश की जा रही है जबकि मेडिकल कॉलज की प्राचार्या ने इस मामले में एसडीएम को शिष्टाचार में रहने की बात कही हैं तो दूसरी ओर एसडीएम इस मामले में लडक़ी के उपचार के लिए डायरेक्शन देने की बात बताकर पूरे मामले से पल्ला झाडऩे में देर नहीं की है।
एसडीएम ने वायरल वीडियो के बाद कहा, ”मुझे पता चला कि एक बच्ची ने जहर खा लिया है। मैं जल्दबाजी में फौरन अस्पताल पहुंची थीं। पीड़िता की हालत गंभीर थी। मैं बस इतना चाहती थी कि बच्ची को मेडिकल अटेंशन अच्छे से मिले। इसके बाद भी अगर ऐसा लगता है कि वह जीवित नहीं रह पाएगी तो उसका डाईंग डिक्लेरेशन लेना होता है।”