जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने हाल में ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधायकी से इस्तीफा दे दिया था। अदिति सिंह के इस कदम की उम्मीद काफी अरसे से थी।
अदिति काफी पहले ही भाजपा कैंप में शामिल हो चुकी थीं, लेकिन उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता का त्याग नहीं किया था, क्योंकि ऐसा करने पर उनकी विधानसभा की सदस्यता भी चली जाती। हालांकि अब उन्होंने 20 जनवरी को कांग्रेस से किनारा करते हुए प्राथमिक सदस्यता और विधायकी से इस्तीफा दे दिया था और इसके बदले बीजेपी ने अदिति सिंह को रायबरेली से टिकट दिय है।
जबसे उन्होंने कांग्रेस छोड़ी है तब से वो लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है। रायबरेली सदर से बीजेपी की उम्मीदवार अदिति सिंह ने एक देश के जाने-माने न्यूज चैनल से बातचीत में कहा है क कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनौती देते हुए कहा है कि एक बार प्रियंका मेरे खिलाफ लड़ लेंगी तो बहुत कुछ साफ हो जाएगा और यह भी सबको पता चल जाएगा कि रायबरेली अब कांग्रेस का गढ़ नहीं है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के लडक़ी हूं लड़ सकती हूं कैंपने को कोरा नारा बताया है।

अब देखना होगा कि कांग्रेस इसका क्या जवाब देती है। साल 2017 में अदिति सिंह कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनी थीं, लेकिन बाद में उन्होंने बागी रुख अख्तियार कर लिया था। पिछले साल 24 नवंबर को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है।
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अदिति को राजनीति विरासत में अपने पिता अखिलेश सिंह से मिली, जो कद्दावर नेता माने जाते थे। वे रायबरेली से कांग्रेस और पांच बार निर्दलीय विधायक रहे हैं।
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