जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. 2022 का विधानसभा चुनाव इस मायने में भी याद रखा जायेगा कि इस चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए दो शानदार पुलिस अधिकारियों ने लम्बे समय तक अपनी पहचान रही खाकी वर्दी को उतारने का फैसला किया है. दोनों पुलिस अधिकारी बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे.
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी स्वर्गीय श्रीराम अरुण के पुत्र हैं और तेज़ तर्रार आईपीएस माने जाते हैं. अपर पुलिस महानिदेशक की ज़िम्मेदारी संभाल रहे असीम अरुण को योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कानपुर का पुलिस कमिश्नर बनाया था. असीम अरुण ने कन्नौज से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सरकार से वीआरएस माँगा था.

विधानसभा चुनाव लड़ने वाले दूसरे पुलिस अफसर ईडी के लखनऊ ज़ोन के डायरेक्टर राजेश्वर सिंह हैं. राजेश्वर सिंह पीपीएस अधिकारी हैं. लखनऊ में डिप्टी एसपी के रूप में तैनाती के दौरान उन्हें इनकाउन्टर स्पेशलिस्ट माना जाता था. वर्ष 2009 में राजेश्वर सिंह प्रतिनियुक्ति पर ईडी में चले गए थे. वहां भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण एस साल्व किये.
राजेश्वर सिंह के पिता भी पुलिस विभाग में थे और डीआईजी के पद से रिटायर हुए थे. राजेश्वर सिंह की पत्नी लक्ष्मी सिंह आईपीएस अधिकारी हैं और इस समय लखनऊ रेंज की आईजी हैं. राजेश्वर सिंह माइनिंग इंजीनियरिंग में बीटेक हैं लेकिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद पुलिस सेवा में आये.

राजेश्वर सिंह ऐसे परिवार से आते हैं जिसमें सभी ने खूब पढ़ाई की और अच्छे पदों पर तैनात हैं. इनके एक भाई और एक बहन इनकम टैक्स कमिश्नर हैं. बहनोई राजीव कृष्ण आईपीएस हैं और आगरा ज़ोन के एडीजी हैं. इनके दूसरे बहनोई वाई पी सिंह भी आईपीएस थे और उन्होंने वीआरएस ले लिया था.
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