जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जारी सी-वोटर के ताज़ा सर्वे ने बड़ा राजनीतिक संकेत दिया है। सर्वे के मुताबिक, इस बार जनता की राय पारंपरिक चेहरों से हटकर नए नेतृत्व की ओर झुक रही है। अब मुकाबला सिर्फ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव तक सीमित नहीं रहा, बल्कि प्रशांत किशोर, चिराग पासवान और सम्राट चौधरी जैसे नए चेहरे भी जनता के पसंदीदा सीएम उम्मीदवारों में शामिल हो गए हैं।
प्रशांत किशोर की बढ़ती लोकप्रियता
फरवरी से सितंबर के बीच हुए इस सर्वे ने दिखाया कि प्रशांत किशोर (PK) लगातार लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं।
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फरवरी में जहां पीके को 15% लोगों ने सीएम फेस बताया था,
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वहीं जून में यह आंकड़ा 16% पर पहुंच गया,
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और अगस्त में उनकी लोकप्रियता बढ़कर 22% हो गई।
सितंबर के ताज़ा सर्वे में प्रशांत किशोर को 23% लोगों ने बिहार का अगला मुख्यमंत्री देखने की इच्छा जताई है।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, यह रुझान बताता है कि बिहार की जनता अब नई सोच और साफ-सुथरी राजनीति की ओर झुकाव दिखा रही है। पीके की जनसुराज यात्रा और उनके लगातार ग्राउंड कनेक्शन ने उनकी छवि को मजबूत किया है।
चिराग पासवान और सम्राट चौधरी की स्थिति
फरवरी में चिराग पासवान को केवल 4% और सम्राट चौधरी को 8% समर्थन मिला था। जून तक चिराग के समर्थन में बढ़ोतरी हुई और उन्हें 10% वोट मिले, जबकि सम्राट चौधरी को भी 10% लोगों ने पसंद किया।सितंबर में चिराग पासवान 10% पर स्थिर रहे, लेकिन सम्राट चौधरी का ग्राफ घटकर 7% पर पहुंच गया। यह साफ दर्शाता है कि इन दोनों नेताओं को अपनी संगठनात्मक मजबूती और जनसंपर्क अभियान को और धार देने की जरूरत है।
जनता का मूड और संभावित राजनीतिक बदलाव
सर्वे के परिणाम बताते हैं कि बिहार की जनता अब पुराने गठबंधनों और पारंपरिक नेताओं से हटकर नए विकल्पों की तलाश में है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज अभी भी सियासी समीकरणों में अहम हैं, लेकिन प्रशांत किशोर की लोकप्रियता में आया उछाल यह संकेत दे रहा है कि जनता अब बदलाव के मूड में है।