तीन घंटे गर्मी और उमस में तपकर निकले बच्चों के हाथ में मिठाई दी जा रही थी। आजादी आसानी से नहीं मिलती, आजादी मीठी होती है, यह बच्चे जान गये थे। गांधी, नेहरू क्रांतिक्रारी बने बच्चे भी मिठाई पाकर खुश थे। ये बच्चे आजादी के नाटक के पात्र थे। बच्चों …
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