सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड, जो cGMP के अनुरूप API निर्माण में अग्रणी कंपनी है, ने घोषणा की है कि उसकी अंबरनाथ इकाई को WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से GMP (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज) प्रमाणन मिला है।
यह उपलब्धि कंपनी के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सख्त ऑडिट प्रक्रिया पूरी करने के बाद मिला यह प्रमाणन अब सुप्रिया को व्यावसायिक स्तर पर फ़ॉर्मूलेशन निर्माण और बिक्री के लिए सक्षम करेगा।
अंबरनाथ इकाई का महत्व
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यह इकाई अब API के दायरे से आगे बढ़कर इंजेक्टेबल्स, टैबलेट्स, कैप्सूल और इनहेलेशन डोज़ के उत्पादन के लिए तैयार है।
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पूरी क्षमता से उत्पादन होने पर लगभग 500 करोड़ रुपये का अनुमानित राजस्व।
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नए फ़ॉर्मूलेशन व्यवसाय से होने वाला मुनाफ़ा कंपनी के मौजूदा API कारोबार से अधिक होने की उम्मीद।
विनिर्माण क्षमता में वृद्धि
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अंबरनाथ इकाई को लोटे परशुराम API साइट के साथ जोड़ने पर कुल विनिर्माण क्षमता 1,020 KL से अधिक होगी।
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इससे संचालन में सुविधा, संसाधनों का बेहतर उपयोग और वैश्विक बाजार में पैठ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कंपनी की रणनीति और नेतृत्व का बयान
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्णकालिक निदेशक डॉ. सतीश वाघ ने कहा:
“अंबरनाथ इकाई को WHO से GMP प्रमाणन मिलना हमारी गुणवत्ता का सबूत है। यह हमारे फ़ॉर्मूलेशन व्यवसाय को तेजी से बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर मजबूत मौजूदगी बनाने का अवसर देता है।”
भविष्य की योजनाएँ
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अंबरनाथ इकाई को R&D, प्रायोगिक विकास और CDMO/CMO सेवाओं के लिए तैयार किया गया है।
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कंपनी का उद्देश्य एक विविधतापूर्ण फार्मास्युटिकल कंपनी के रूप में वैश्विक बाजार में विस्तार करना।
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यह प्रमाणन और विस्तार कंपनी के नियामक उत्कृष्टता, नवाचार और भागीदारों को दीर्घकालिक लाभ देने के संकल्प को मजबूत करता है।