पॉलिटिकल डेस्क
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्ते लगातार खराब हो रहे हैं। दोनों एक दूसरे को अब देखना भी नहीं चाहते हैं। शिवपाल यादव ने कई मौकों पर अखिलेश के खिलाफ बयान दिया है। यूपी में सपा-बसपा के गठबंधन में भी शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा को शामिल नहीं किया गया है। इतना ही नहीं यूपी में शिवपाल यादव की पार्टी अलग-थलग पड़ती नजर आ रही है। इसके बाद शिवपाल यादव ने सपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
शिवपाल यादव ने एक दिन पूर्व अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कई तरह के गम्भीर आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा था कि समाजवादी लोगों की उपेक्षा की जा रही है और टिकट बटवारे में दस से 25 करोड़ रुपया लेकर समाजवादी पार्टी में टिकट बेचा गया है। इसके एक दिन बाद शिवपाल यादव ने एक बार फिर अखिलेश यादव के खिलाफ बोलते हुए कहा कि सपा में नेताजी की उपेक्षा की जा रही है।
शिवपाल यादव ने यह बयान फिरोजाबाद में दिया है। उन्होंने कहा कि मुलायम के स्टार प्रचारक के नाम की सूची से गायब होने के मामले में कहा कि नेताजी का अपमान हो रहा है। उन्होंने एक बार फिर कहा कि सपा से किनारा करके ही उन्होंने नई पार्टी बनायी है।
उन्होंने कहा कि नेताजी मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उनकी पार्टी मुलायम को जीताने में पूरा सहयोग करेगी। प्रसपा ने मैनपुरी में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। उधर फिरोजाबाद से शिवपाल यादव चुनाव लड़ने की तैयारी में है लेकिन उनके खिलाफ सपा के अक्षय यादव अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।