जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीते कुछ महीनों से इस बात को लेकर राजनीतिक दलों में बहस देखने को मिल रही है कि आखिर 2024 का लोकसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाए?
जहां एक ओर कांग्रेस राहुल गांधी में विश्वास दिखा रही है तो दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव नहीं लडऩा चाहती है।
इस पर तृणमूल कांग्रेस का तर्क है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी असफल रहे हैं। इस वजह से उनके नेतृत्व में चुनाव लडऩे का सवाल नहीं उठता है।
इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को पीएम का मजबूत दावेदार बताया है। दूसरी ओर शिवसेना ने 2024 का लोकसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी को ही एकमात्र विकल्प बताया है।

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इसके आलावा शिवसेना ने ममता की दावेदारी को खारिज कर दिया है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में इस बात को लेकर बड़ी बात कही है।
इस दौरान शिवसेना यही नहीं रूकी उसने यहां तक कहा है कि टीएमसी और आम आदमी पार्टी जैसे दल खेल बिगाड़ू हैं और ऐसा करके बीजेपी की मदद करेंगे।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना में एक बार फिर प्रियंका गांधी की जमकर तारीफ की है। उसने लखीमपुर में हिंसा के मामले में कांग्रेस की तारीफ की है।
शिवसेना ने एक बार फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की एक बार फिर इंदिरा गांधी की तुलना की गई है। सामाना में अपने साप्ताहिक कॉलम ‘रोकटोक में इस बात को लेकर कहा है।
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इस कॉलम में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उन्होंने लखीमपुर हिंसा के मामले को ढंकने के प्रयास को विफल कर दिया और उनके कामकाज में इंदिरा गांधी की छवि दिखती है।
राउत ने यह भी कहा कि प्रियंका के भाई और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एकमात्र ऐसे नेता हैं जो नई दिल्ली में मौजूदा सरकार का विकल्प बन सकते हैं।
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