जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली के जामिया में सीएए प्रोटेस्ट के दौरान भड़काऊ भाषण देने और दंगा भड़काने के आरोपी शरजील इमाम को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने बरी कर दिया है।
दिसंबर 2019 में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच जामिया के शाहीन बाग में झड़प के बाद हिंसा भड़क गई थी। जिसमें पुलिस ने अपनी जांच के दौरान शरजील इमाम को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि शरजील पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज है। शरजीज तब सुर्खियों में आया जब उसका विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था। उस वीडियो के आधार पर पुलिस ने शरजील इमाम पर मुकदमा दर्ज किया था। शरजील इमाम का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह असम को भारत से काटने की बात कहता हुआ दिख रहा है।

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वीडियो में शरजील ने आगे कहा था, ‘परमानेंटली नहीं तो एक-दो महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से कट ही सकते हैं। रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि उनको एक महीना हटाने में लगेगाज्जाना हो तो जाएं एयरफोर्स से. असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है।’
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जानकारी के अनुसार, शरजील इमाम ने यह भाषण अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में दिया था। इस मामले में उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 124ए, 153ए , 153बी, 505, सब सेक्शन 2 में मामला दर्ज किया गया है।
अलीगढ़ के अलावा शरजील इमाम के खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज किया गया था। शरजील का परिवार जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र में रहता है शरजील को दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन का सूत्रधार माना जा रहा था।
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