जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. पाकिस्तान जिस आतंकवाद को दशकों से पाल रहा है अब खुद उसकी आंच में झुलसने लगा है. आतंकियों ने कल शाम सेना के दो काफिलों को निशाना बनाया. इस हमले में 21 सैनिकों की जान चली गई. बड़ी संख्या में सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हालात को देखते हुए मरने वाले सैनिकों की संख्या में इजाफा हो सकता है.आतंकियों ने नार्थ वजीरिस्तान में सैनिकों पर पहला हमला किया. खैबर पख्तूनख्वा में दूसरा बड़ा हमला हुआ.

जानकारी मिली है कि आतंकियों ने तेल एवं गैस कम्पनी के वाहनों को निशाना बनाया था. प्रधानमन्त्री इमरान खान ने सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है.
उधर ग्वादर में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने बलूचिस्तान हब कराची राजमार्ग पर पहाड़ों से सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया. सेना के जवानों ने आतंकियों पर जवाबी हमला किया. जानकारी के अनुसार सेना की फायरिंग में आतंकियों को भी नुक्सान पहुंचा है.
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पाकिस्तान के अखबार ट्रिब्यून ने इस हमले के लिए बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट को ज़िम्मेदार ठहराया था लेकिन एक नए आतंकी संगठन ने इस घटना की ज़िम्मेदारी ली है. पिछले पांच महीने से पाकिस्तान में आतंकी संगठन सेना के जवानों पर लगातार घात लगाकर हमले कर रहे हैं. इन हमलों में अब तक करीब 50 सैनिक मारे जा चुके हैं.
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