जुबिली स्पेशल डेस्क
मुम्बई। महाराष्ट्र में इस समय सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। दरअसल पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली के आरोपों के बाद अघाड़ी सरकार की मुश्किले बढ़ती हुई नजर आ रही थी।
इसको लेकर अघाड़ी सरकार में एकाएक हलचल तेज हो गई थी लेकिन रविवार को दिल्ली में एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर अघाड़ी गठबंधन के नेताओं के बीच लम्बी बैठक चली है और इसका नतीजा यह रहा कि अनिल देशमुख की कुर्सी फिलहाल बच गई है।
पवार के घर बैठक के बाद इस बात का फैसला लिया गया है कि अनिल देशमुख गृह मंत्री पद से नहीं हटाएं जाएंगे।
ये भी पढ़े : तमिलनाडु में इतनी मजबूर क्यों है भाजपा?
ये भी पढ़े : लापरवाही का नतीजा कोरोना की दूसरी लहर
इस बैठक में कांग्रेस की ओर से कमलनाथ भी मौजूद थे। इससे पूर्व संजय राउत ने भी पूरे विवाद पर शरद पवार से एक अहम मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम पर बातचीत की थी।

ये भी पढ़े : चिठ्ठी को लेकर क्या बोले मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह
ये भी पढ़े : ससुराल में पत्नी को पहुंची हर चोट के लिए पति जिम्मेदार : सुप्रीम कोर्ट
ये भी पढ़े : मतदाताओं को लुभाने के लिए बंगला गीत गायेंगे भाजपा नेता!
उधर शरद पवार के आवास पर हुई बैठक के बाद जयंत पाटील ने इस पूरे मामले पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की जरूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने इस दौरान यह भी साफ कर दिया है कि जो इसमें दोषी होगा उसपर सख्त एक्शन लिया जायेगा। इस पूरे मामले में एटीएस और एनआईए जांच कर रही है।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
