
जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिजली कर्मचारियों के पीएफ में हुए घोटाले को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। इस बड़े घोटाले को लेकर एक ओर समाजवादी पार्टी लगातार योगी सरकार पर हमलावर है तो वहीं सत्ता पक्ष इसे सपा कार्यकाल से जोड़कर पल्ला पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं।
इस मामले में पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मंगलवार को अखिलेश यादव के करीबी और यूपीपीसीएल पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। इस घोटाले में अब तक यह तीसरी गिरफ्तारी है।
वहीं मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट करके मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, यूपी के हजारों बिजली इंजीनियरों/कर्मचारियों की कमाई के भविष्य निधि (पीएफ) में जमा 2200 करोड़ से अधिक धन निजी कम्पनी में निवेश के महाघोटाले को भी बीजेपी सरकार रोक नहीं पाई तो अब आरोप-प्रत्यारोप से क्या होगा? सरकार सबसे पहले कर्मचारियों का हित व उनकी क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करे।
मायावती ने दूसरे ट्वीट में लिखा, इस पीएफ महाघोटाले में यूपी सरकार की पहले घोर नाकामी व अब ढुलमुल रवैये से कोई ठोस परिणाम निकलने वाला नहीं है बल्कि सीबीआई जाँच के साथ-साथ इस मामले में लापरवाही बरतने वाले सभी बड़े ओहदे पर बैठे लोगों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है जिसका जनता को इंतजार है।
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