जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. सुप्रसिद्ध लेखक, कवि और पत्रकार मंगलेश डबराल का ह्रदय गति रुक जाने से निधन हो गया. वह 71 साल के थे. टिहरी-गढ़वाल में पैदा हुए मंगलेश डबराल के पांच कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं. जनसत्ता और अमृत प्रभात के अलावा सहारा समय में भी उन्होंने काम किया.

मंगलेश डबराल को दिल का दौरा पड़ने के बाद गाज़ियाबाद के वसुंधरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया. जहाँ उन्होंने अपनी आख़री सांस ली.
14 मई 1949 को टिहरी-गढ़वाल के काफलपानी गाँव में पैदा हुए मंगलेश डबराल ने देहरादून में शिक्षा प्राप्त की. अपनी कविताओं के ज़रिये उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई. उन्हें साहित्य साधना के लिए साहित्य अकादमी सम्मान भी मिला.
मंगलेश डबराल ने जनसत्ता में बतौर साहित्य सम्पादक काम किया. अमृत प्रभात और सहारा समय में भी उन्होंने सम्पादन कार्य किया. मौजूदा समय में वह नेशनल बुक ट्रस्ट के लिए काम कर रहे थे.
यह भी पढ़ें : जयमाल के समय हुई लड़की की इंट्री, दूल्हा को पकड़कर अपने साथ ले गई
यह भी पढ़ें : मजदूरों की मदद के लिए गले तक कर्ज़ में डूब गए सोनू सूद, घर भी रख दिया गिरवीं
यह भी पढ़ें : साप्ताहिक बाज़ार के व्यापारी पहुंचे मुख्यमंत्री आवास तो मिला न्याय
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : 28 बरस हो गए राम को बेघर हुए
उनकी पुस्तकों की बात करें तो पहाड़ पर लालटेन, घर का रास्ता, हम जो देखते हैं, नये युग में शत्रु और आवाज़ भी एक जगह उनकी चर्चित किताबें हैं. उनका एक यात्रा वृतांत भी प्रकाशित हुआ है.
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
