जुबिली न्यूज डेस्क
देश के इतिहास में शायद पहली बार ऐसी तस्वीरें सामने दिखाई दे रही हैं। कहीं बेटे की गोद में बाप का दम निकल रहा है तो कहीं तो कोई बेड के लिए संघर्ष कर रहा है। कोई ऑक्सीजन की कमी से मर रहा है तो कोई अंतिम संस्कार के लिए भी आखिरी सफर पर लड़ रहा है। हर तस्वीर साफ कह रही है कि भारत में कोरोना के आगे सरकार के सारे सिस्टम फेल हो गए हैं।
महाराष्टï्र हो या दिल्ली, यूपी हो या छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश हो या पश्चिम बंगाल, हर जगह एक ही आलम है। लोग अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। जिस तरह से लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं उससे चिंता बढ़ गई है।

अब यह भी पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि आखिर लोगों में कोरोना का संक्रमण कहां से हो रहा है। फिलहाल इसी बीच लैंसेट मेडिकल जर्नल में यह दावा किया किया गया है कि कोरोना वायरस मुख्य रूप से हवा से फैलता है। इसीलिए कई सावधानियां और स्वास्थ्य सुविधाएं भी खतरनाक वायरस के आगे लाचार साबित हो रही हैं।
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अमेरिका, यूके और कनाडा के छह एक्सपर्ट्स ने गहरे अध्ययन के बाद इस बात का दावा किया है। इसमें जोस लुइस जिमेनेज, CIRES (कोऑपरेटिव इंस्टिट्यूट फॉर रिसर्च इन इन्वायरनमेंटल साइंसेज) के केमिस्ट और कोलोराडो यूनिवर्सिट के एक्सपर्ट का भी नाम है। इनका कहना है कि हवा में कोरोना वायरस के फैलने के बारे में उन्हें पुख्ता सबूत मिले हैं। इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।
वहीं ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की टीम ने इस रिसर्च की समीक्षा की और हवा में वायरस के फैलने वाली बात को प्रमाणित करने वाली बातों को हाइलाइट किया है।
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इसमें कहा गया है, ‘बड़े ड्रॉपलेट से ही कोरोना फैलता है, इसका कोई प्रमाण नहीं है। बल्कि यह प्रमाणित किया जा सका है कि हवा के माध्यम से यह वायरस तेजी से फैलता है। जरूरी हो गया है कि WHO और अन्य संगठन इस बात को गंभीरता से लें और ऐसे कदम उठाएं कि वायरस के प्रसार को कम किया जा सके। ‘
इन जानकारों ने अपनी सूची में जिस घटना को टॉप पर रखा है उसमें स्कैगिट चॉयर आउटब्रेक का नाम है। यहां पर एक संक्रमित व्यक्ति से 53 लोग संक्रमित हो गए थे।
अध्ययन में कहा गया है कि इस मामले में ऐसा नहीं हुआ कि सभी किसी एक ही सरफेस पर बार-बार गए हों या फिर क्लोज कॉन्टैक्ट में आए हों। फिर भी लोगों में कोरोना फैल गया। स्टडी में यह भी कहा गया है कि कोरोना का प्रसार इनडोर के मुकाबले आउटडोर में और ज्यादा तेजी से देखा गया है।
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