Sunday - 28 January 2024 - 8:37 PM

लॉकडाउन में कोविड की संक्रमण दर घटी!

न्‍यूज डेस्‍क

कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी 21 दिनों का लॉकडाउन लगा रखा है। लॉकडाउन के 14 दिनों का एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। इस दौरान कोविड के मामले 600 से बढ़कर करीब 5000 तक पहुंचने को हैं। ऐसा में सवाल उठता है कि क्या लॉकडाउन ने कोरोना वायरस से संक्रमण पर रोक लगाने में सफलता दिलाई है और दिलाई है तो किस हद तक?

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का ताजा अध्ययन की माने तो मामलों के बढ़ोतरी दर में थोड़ी कमी आई है। लॉकडाउन शुरू होते वक्त संक्रमण की रफ्तार प्रतिदिन 17 फीसदी थी। लेकिन इस बीच यदि तबलीगी जमात के संक्रमण के मामलों को छोड़ दिया जाए तो बढ़ोतरी की दर में भारी कमी आई है।

अब संक्रमण दर आठ फीसदी घटकर नौ फीसदी रह गई है। लेकिन तबलीग के मामलों को शामिल कर लिया जाए तो भी बढ़ोतरी दर 12 फीसदी पर आ गई है। संक्रमण की दर में कमी आना लॉकडाउन का सार्थक होना है। जिन देशों में संक्रमण बढ़ा है, वहां मामले रोजाना 50 से 100 फीसदी की रफ्तार से बढ़े हैं।

संस्था की स्टडी के रिजल्ट्स बताते हैं कि लॉकडाउन नहीं हो और सोशल डिस्टैंसिंग का ख्याल नहीं रखा जाए तो कोविड-19 का एक मरीज 30 दिन में औसतन 406 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकता है। लेकिन, अगर लोगों को सामाजिक मेल-मिलाप में 75% की कटौती कर दी जाए तो एक संक्रमित व्यक्ति 30 दिन में औसतन 2.5 लोगों को ही संक्रमित कर पाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अगरवाल ने मंगलवार को यह खुलासा किया।

अगरवाल ने इसका हवाला देकर लोगों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करते हुए घरों में रहने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘हमें समझना होगा कि कोविड-19 पर काबू पाने के लिहाज से यह बहुत जरूरी है।’ उन्होंने बताया कि अभी के समीकरण से स्पष्ट है कि एक संक्रमित व्यक्ति 1.5 से 4 लोगों के बीच कोविड-19 फैला सकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन का यह कहना है बिल्कुल सही है कि कोरोना को नियंत्रण में रखने के लिहाज से ‘सोशल डिस्टैंसिंग सोशल वैक्सीन’ का काम करती है।

वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर जुगल किशोर के अनुसार 14 दिनों के भीतर संक्रमण का चक्र जिस प्रकार से बढ़ता है, उससे बीमारी तेजी से फैलती है और सामुदायिक संक्रमण का भी खतरा पैदा होता है।

मौजूदा आंकड़ों को देखकर लगता है कि इन 14 दिनों के दौरान संक्रमण की दर को तेज होने से रोकने में देश सफल रहा है। बल्कि इसमें कमी आई है। अगले सप्ताह संक्रमण में और कमी आ सकती है।

वहीं, देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मृतकों का आंकड़ा 124 हो गया है और संक्रमित मरीजों की संख्या 4,789 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार (7 अप्रैल) को शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 508 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 13 मरीजों की मौत हुई।

देश में 4,312 संक्रमित मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि 352 लोगों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और एक व्यक्ति विदेश जा चुका है। कुल मामलों में 66 विदेशी नागरिक हैं। मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश में चार, महाराष्ट्र और राजस्थान में तीन-तीन एवं गुजरात, ओडिशा और पंजाब में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

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