Monday - 22 January 2024 - 11:21 PM

भारत-चीन खूनी संघर्ष पर विपक्ष ने क्या‍ कहा ?

जुबिली न्यूज़ डेस्क 

पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आार्मी (पीएलए) और भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों पर शहदत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि चीन की हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? उन्होंने ट्वीट कर इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।

राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छुप रहे हैं? अब बहुत हो गया है। हमें यह जानना चाहते कि क्या हुआ है। चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी जमीन लेने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?

इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ झड़प में कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिकों के शहादत की खबर अति-दुःखद व झकझोरने वाला है, खासकर तब जब भारत सरकार दोनों देशों के बीच सीमा विवाद व तनाव को कम करने में प्रयासरत है। सरकार को अब अत्याधिक सतर्क व सूझबूझ से देशहित में कदम उठाने की जरूरत है।

देश को विश्वास है कि भारत सरकार देश की आन, बान व शान के हिसाब से सही समय पर सही फैसला लेगी व देश का एक इंच जमीन भी किसी को कभी हड़पने नहीं देगी। अच्छी बात है कि सरकार की कमियों को भुलाकर ऐसे नाजुक समय में पूरा देश एकजुट है। अब सरकार को जनता की उम्मीद पर खरा उतरना है।

वहीं पूर्व बीजीपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि बॉर्डर पर जो कुछ भी हुआ उसके लिए हम जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी या राहुल गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। हम सभी 20 जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार हैं। पूरा देश सरकार के साथ है, लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि क्या गलत हुआ है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने ट्वीट करके कहा कि हमारी धरती मां, हमारी संप्रभुता खतरे में है। हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। क्या हम चुप बैठे रहेंगे? भारत की जनता सच की हकदार है, उसे ऐसे नेतृत्व की दरकार है जो हमारी जमीन छिनने से पहले अपनी जान देने के लिए तैयार हो। सामने आइए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, चीन का सामना करने का वक्त आ गया है।

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बता दें कि भारतीय सेना ने मंगलवार रात को जारी बयान में कहा, “संघर्ष वाली जगह पर बुरी तरह घायल होने और शून्य से नीचे के तापमान की वजह से 17 घायल जवान शहीद हो गए, जिससे अब तक संघर्ष में शहीद होने वाले कुल जवानों की संख्या 20 हो गई।”

सेना ने कहा कि भारतीय और चीनी सेना में उस जगह झड़प हो गई, जहां दोनों सेनाएं 15 और 16 जून को आमने-सामने आ गए थे। झड़प की जगह पर चीनी सेना ने भारतीय सेना की छोटी टुकड़ी पर हमला किया जो कि उस समय गश्त पर थे। इसमें कमांडिंग आफिसर के साथ ही कई जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए।

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दोनों देशों की सेना ने और बल मंंगा लिए जिससे हिंसक झड़प देर रात तक बढ़ती चली गई। झड़प के दौरान कई भारतीय सैनिक लापता हो गए। मंगलवार की सुबह भारतीय और चीनी सेना के अधिकारी ने मामले को शांत करने की पहल की और मीटिंग का आह्वान किया।

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