जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तराखंड में पूर्व बीजेपी नेता हरक सिंह रावत ने अपनी नई राजनीतिक पारी आखिरकार कांग्रेस से शुरू कर दी है। हाल में बीजेपी से निष्कासित हरक सिंह रावत ने शुक्रवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को लेकर बीजेपी ने छह साल के लिए पार्टी से बर्खास्त किया था। इतना ही नहीं हरक सिंह रावत का बीजेपी से कई मौकों पर टकराव देखने को पहले ही मिल चुका था लेकिन चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने अपने कुनबे से बाहर कर सबको चौंका डाला था।
यह भी पढ़ें : सरकारी कर्मचारियों को मोदी सरकार से मिलने वाला है नये साल में ये तोहफा
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : गुनाह के सबूत हैं गवाह हैं मगर माई फुट
हालांकि ये कयास लग रहे थे कि हरक सिंह रावत एक बार फिर कांग्रेस में जा सकते हैं। हालांकि शुरू में उनके कांग्रेस में जाने को लेकर टकराव और विरोध के स्वर की वजह से टल गई थी लेकिन शुक्रवार को उनके साथ उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसांई रावत ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली।हरक सिंह रावत ने 2016 में कांग्रेस को छोड़ ही उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था। इसके साथ ही वो फिर से कांग्रेस में शामिल हो गई है।

यह भी पढ़ें : दिल्ली में जारी रहेगा वीकेंड कर्फ्यू
यह भी पढ़ें : मोदी का ऐलान, इंडिया गेट पर लगेगी सुभाष चंद्र बोस की भव्य मूर्ति
यह भी पढ़ें : यूपी के लिए जारी कांग्रेस के मेनिफेस्टो में क्या है खास?
इससे पहले उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की बात सामने आ चुकी थे लेकिन उनका इस्तीफा राज्यपाल ने स्वीकार नहीं किया था। उनके इस्तीफे के ऐलान के साथ राज्य में फिर सियासी भूचाल आ गया था । उनको मनाने की कोशिश की गई थी।
सरकारी प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरक सिंह रावत ने कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी नहीं होने पर नाराजगी जताई थी।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
