जुबिली न्यूज डेस्क
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में घमासान जारी है।सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही। इसी बीच राजस्थान के सीएम ने पायलट पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रति ईमानदार होना बहुत जरूरी है। जो लोग पार्टी के प्रति वफादार नहीं होते वे कभी कामयाब भी नहीं होते।

बता दे कि आगे अशोक गहलोत ने आगे कहा कि मैंने हमेशा सभी का सम्मान करते हुए सबको साथ लेकर चलने का काम किया। यही कारण रहा कि पार्टी और सोनिया गांधी ने उन्हें काम करने का बार-बार मौका दिया। यह लोकतंत्र है, हमें सभी को साथ लेकर चलना होता है।
‘शांति धारीवाल मेरे खिलाफ थे, फिर भी मंत्री बनाया’
अशोक गहलोत ने ये बातें 11 मई को जयपुर में पूर्व राज्यपाल नवल किशोर शर्मा की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में कही हैं। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद शांति धारीवाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि पहले ये मेरे खिलाफ थे, लेकिन फिर भी मैंने मंत्री बनाने का ऑफर सबसे पहले इन्हीं को दिया। सीएम ने आगे कहा कि उन्होंने हर उस व्यक्ति को मौका दिया है जो कांग्रेस के साथ है।
पहली बार जब सीएम बने थे गहलोत
गहलोत ने आगे कहा कि मैंने हमेशा ‘लाइन को बड़ा खींचो ना कि किसी की काटो’ वाली कहावत पर काम किया। सबको साथ लेकर चलने वाला ही कामयाब होता है, जो अकेला चलता है, वह गुटबाजी पैदा करता है। वह अपने-पराए की बात करता है। वह कभी भी कामयाब नहीं हो सकता।
देश में धर्म के नाम पर हो रही राजनीति
अशोक गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस के साथ केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा आज देश में यह लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जब नाथद्वारा के दौरे में आए थे तब मैंने कहा था कि देश में विपक्ष का भी सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री अपने बयानों में कहते हैं कि विपक्ष सभी भ्रष्टाचारियों का गिरोह बन गया है। हमने हिटलर, मुसोलिनी की बातें सुनी हैं। वो भी धर्म की राजनीति करते-करते तानाशाह बन गए और जर्मनी और इटली को बर्बाद कर दिया।
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