जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए दुनिया के अधिकांश देशों में टीकाकरण अभियान चल रहा है। अभी तक 18 साल तक के लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है, लेकिन अब बच्चों के लिए भी कोरोना वैक्सीन आ गई है।
दुनियाभर में की तबाही के बीच अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने बीते सोमवार को 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक के वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है।

एफडीए ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए हमने 12-15 वर्ष के बच्चों में आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन को अधिकृत किया है।
इधर,भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की 17 करोड़ खुराकें देकर भारत ने दुनिया में सबसे तेजी से टीकाकरण किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस आंकड़े तक पहुंचने में जहां चीन को 119 दिन लगे, वहीं अमेरिका को 115 दिन लगे। जबकि भारत ने 114 दिन में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
भारत में 16 जनवरी को कोरोना का टीकाकरण अभियान शुरु हुआ था। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना की डोज दी गई थी। इसके बाद 2 फरवरी से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण शुरू हुआ। इसके बाद अलग-अलग उम्र समूहों के लिए टीके देने की शुरुआत की गई।
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भारत में अब तक कोरोना की 17 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। सोमवार की सुबह सात बजे तक अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक कुल 24,70,799 सत्र में 17,01,76,603 खुराकें दी गईं। इनमें से 95,47,102 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक और 64,71,385 को दूसरी खुराक दी गईं।
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वहीं, अग्रिम मोर्चे के 1,39,72,612 कर्मियों को पहली खुराक और 77,55,283 को दूसरी खुराक दी गई हैं। देश में 18-44 उम्र समूह में 20,31,854 लोगों को पहली खुराक दी गई है। जबकि, 45 से 60 वर्ष के समूह में 5,51,79,217 को पहली खुराक और 65,61,851 को दूसरी खुराक दी गई है।
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