न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के निर्वाचन के दौरान छत्तीसगढ़ ने कीर्तिमान रचा है। लोकसभा निर्वाचन 2019 के अंतगर्त छत्तीसगढ़ राज्य में किसी भी मतदान केन्द्र में पुनर्मतदान नहीं होगा। निर्वाचन के लिए प्रदेश में तीन चरणों 11,18, और 23 अप्रैल हुए मतदान के लिए 23 हज़ार 732 मतदान केंद्र बनाये गये थे इनमे से किसी भी मतदान केंद्र में पुनर्मतदान नहीं हुआ। इस बात से भारत निर्वाचन आयोग भी सहमत हो गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में किसी भी मतदान केंद्र में पुनर्मतदान नहीं कराने होंगे।
इसके लिए सीईओ श्री सुब्रत साहू ने प्रदेश के सभी मतदाताओं, राजनीतिक दलों, निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारियों- कर्मचारियों, सुरक्षा जवानों तथा अर्धसैनिक बल के जवानों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस उपलब्धि को प्रदेश के लिए कीर्तिमान स्थापित करने वाला निरूपित करते हुए गौरवपूर्ण बताया।
उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा निर्वाचन -2018 में दो चरणों में 12 नवम्बर और 20 नवम्बर 2018 को 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए हुए मतदान के बाद किसी भी मतदान केन्द्र में पुनर्मतदान की स्थिति निर्मित नहीं हुई थी।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार ही ऐसा हुआ है कि विधानसभा निर्वाचन 2018 और लोकसभा आम निर्वाचन 2019, दोनों निर्वाचन में पुनर्मतदान की स्थिति नहीं बनी। विधानसभा और लोकसभा निर्वाचन में पुनर्मतदान नहीं होना यह ऐतिहासिक दूसरा कीर्तिमान है।