जावेद अनीस करीब 34 साल बाद देश को नई शिक्षा नीति मिली है जोकि आगामी कम से कम दो दशकों तक शिक्षा के रोडमैप की तरह होगी. यह नीति इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे देश की पहली पूर्ण बहुमत वाली हिन्दुतत्वादी सरकार द्वारा लाया गया है जिसने इसे बनाने …
Read More »जुबिली डिबेट
डंके की चोट पर : कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह वायरस
शबाहत हुसैन विजेता साल 2020 की शुरुआत के साथ ही कोरोना नाम का वायरस मौत की शक्ल में इंसानों की दुनिया को शिकार बनाता हुआ दौड़ पड़ा था. चीन में हाहाकार मचा हुआ था. हर तरफ अफरातफरी थी. अस्पताल लोगों से भरने लगे थे. हर शहर और हर गली में …
Read More »आरक्षण के भीतर आरक्षण
केपी सिंह आरक्षण की व्यवस्था को लेकर पिछले कुछ वर्षो से वैचारिक स्तर पर उठा पटक तेज है। सोशल मीडिया पर सक्रिय ब्रिगेड के निशाने पर इस्लाम और मुसलमानों के बाद आरक्षण की व्यवस्था चढ़ी हुई है। देश के बदलते राजनैतिक और सामाजिक परिदृश्य से न्यायपालिका भी प्रभावित हो रही …
Read More »अंधेरी सुरंग में कांग्रेस
के पी सिंह देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अंधेरी सुरंग में फंस गई है। पार्टी में सबसे ज्यादा असमंजस राहुल गांधी के रवैये की वजह से है। यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वे एक बार फिर पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए तत्पर होगें या नहीं। दूसरी …
Read More »कोरोना के मिलते रिकार्ड आंकड़ों के बाद कितने सजग हैं हम
डॉ. प्रशांत राय भारत में हर दिन कोरोना के रिकार्ड मामले दर्ज हो रहे हैं। एक ओर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर सरकार ने तालाबंदी से अधिकांश प्रतिबंधों को हटा दिया है। लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं, लेकिन लोग सतर्क नहीं दिख रहे। …
Read More »इधर से डाक्टर डालो उधर से नेता निकलेगा
नवेद शिकोह आरोप लगाने वालों अपना चश्मा बदल के देखो ! भाजपा लोकतंत्र की हत्या नहीं रक्षा कर रही है। कमजोर लोकतांत्रिक ढांचे को ताकत देने के हर संभव प्रयास कर रही है। विपक्ष कमजोर है इसलिए गैर राजनीतिक हस्तियों को भी ताकत देकर उन्हें मजबूत विपक्षी नेताओं के रूप …
Read More »EDITORs TALK : आखिर ‘विकास’ लड़खड़ाया क्यों ?
डॉ. उत्कर्ष सिन्हा जिस बात की आशंका थी वो सच साबित हो गई। भारत की अर्थव्यवस्था में कोरोना महमारी और उसके चलते तालाबंदी के बाद एक तिमाही में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की है। अप्रैल से जून के बीच की तिमाही में भारत की जीडीपी 23.9 फीसदी गिर गई है। …
Read More »उजाला और बढ़ता है, चिरागों को बुझाने से ..
आशूर में ताज़िए ना दफ्न होने की ट्रेजेडी ने कर्बला के ग़म को बढ़ा दिया नवेद शिकोह सांइस, क़ुदरत, फितरत.. सब का ये सिद्धांत है कि जो चीज़ जितनी दबायी जाती है वो उतनी ही उभरती है। उस वक्त दुनिया के सबसे ताकतवर बादशाह यज़ीद ने इमाम हुसैन को जुल्म-ओ-सितम …
Read More »डंके की चोट पर : ताज़िये दफ्न होने का ये रास्ता है सरकार
शबाहत हुसैन विजेता ताज़िये दफ्न करने की इजाज़त नहीं है. जब तक कोरोना वायरस खत्म न हो जाये अजाखानों में ताज़िये सजे रहेंगे. मतलब मोहर्रम चलता रहेगा. ताज़ियों की मौजूदगी रहेगी तो अज़ाखानों में ताला कैसे लग जाएगा? ताज़िये नहीं दफ्न होंगे तो क्यों? यह सवाल बहुत बड़ा सवाल है. …
Read More »इस सनक का यारों क्या कहना !
सुरेन्द्र दुबे एक शब्द है सनक। ये सनक व्यक्ति की हो सकती है।ये सनक समाज की हो सकती है।ये सनक संस्था की हो सकती है। सनक सनक में लोग बहुत अच्छे काम कर जाते हैं। सनक सनक में तमाम बार बड़ा नुकसान भी हो जाता है। सनक और लगन बड़े …
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