के. पी. सिंह उरई। लोकसभा चुनाव का चौथा चरण आते-आते बसपा-सपा गठबंधन ने प्रधानमंत्री पद को लेकर अपने पत्ते पूरी तरह खोल डाले हैं। शुक्रवार को दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने केंद्र में भाजपा विरोधी गठबंधन की संभावना होने पर कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार करने की गुंजाइश पूरी …
Read More »जुबिली डिबेट
सिख विरोधी दंगों का परिप्रेक्ष्य और प्रधानमंत्री का बयान
के.पी. सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवैधानिक तौर पर देश के सर्वोच्च कार्यकारी नेता है जिसके मददेनजर नाजुक मामलो में भावावेश का परिचय देने के बजाये उन्हें अन्य प्रधानमंत्रियों की तरह संयम दिखाना चाहिए। खास तौर से कई ऐसे संदर्भों में वे कांग्रेस के खिलाफ भड़ास निकालने के लिए 1984 के …
Read More »आगे भी कुछ है लोकतंत्र के पार
केपी सिंह सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने अपने खिलाफ लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पूरे सिस्टम में विस्फोट कर दिया है कि कुछ बड़ी ताकतें प्रधानमंत्री कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहती हैं। उनकी अगुवाई करने वाली पीठ में कुछ संवेदनशील मामले सूचीबद्ध हैं। उन्होंने …
Read More »फिर फंसी बेचारी ईवीएम
विवेक कुमार श्रीवास्तव लोकसभा चुनावों के बीच एक बार फिर सभी विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाने लगे हैं। मंगलवार को चल रहे तीसरे चरण के मतदान के बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर देश भर से ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। …
Read More »दिग्विजयी दांव के सामने चुनाव को धर्म युद्ध बनाने की कवायद!
कृष्णमोहन झा कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भोपाल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद हाई प्रोफ़ाइल हुए इस सीट पर भाजपा में यह खलबली मची थी कि आखिर पार्टी का कौन सा नेता उन्हें चुनावी मैदान में कड़ी टक्कर देने में सक्षम हो सकता …
Read More »EARTH DAY : सभ्यता की दृष्टि सर्वाधिक दरिद्र है, वह विभेद का उत्सव मनाती है
डॉ श्रीश पाठक हमारी देह में भीतर-बाहर अरबों जीव पल रहे। वे हमारे अस्तित्व से अनभिज्ञ होंगे या सम्भवतः उन्हें एहसास भी हो। हमारी यह देह उनके लिए किसी ब्रह्माण्ड से कम नहीं। यह पूरा ब्रह्माण्ड इतना अधिक विशाल है कि यह हमारे कल्पना के अनंत से भी कई गुना …
Read More »राफेल मुद्दा नहीं कांग्रेस की सियासी मजबूरी है
विवेक कुमार श्रीवास्तव राफेल, कांग्रेस की सियासी मजबूरी है ये बात सुनने में थोड़ी अजीब भले ही लगे पर ये सच है। लोकसभा चुनाव के दो चरण खत्म हो चुके हैं। तीसरे चरण के लिए सभी दलों के नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय …
Read More »पैराशूट प्रत्याशी ही क्षेत्र के विकास को लगाते हैं ग्रहण
डा. रवीन्द्र अरजरिया लोकसभा चुनावों की बयार तेज होती जा रही है। प्रचार के हथकण्डे नये-नये रूपों में सामने आ रहे हैं। वक्तव्यों की धार तेज होने के साथ-साथ बेलगाम भी होने लगी है। राजनैतिक दलों के टिकिट वितरण में अपनाई जाने वाली नीतियों को आलोचनाओं के उपहार मिलने लगे …
Read More »मायावती का बहुत सम्मान करना, राजनीति के पंडित मुलायम सिंह के वसीयत के निहितार्थ बांचने में लगे
के.पी. सिंह शुक्रवार को मैनपुरी में मुलायम सिंह और मायावती का संयुक्त संबोधन ऐतिहासिक रहा। दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर जो संदेह प्रकट किये जा रहे थे उनका अंत एकजुट रैली से हो गया है। किसी को आशा नही थी कि मुलायम सिंह बसपा सुप्रीमों के प्रति अपनी कटु …
Read More »सूबे का मुस्लिम अवाम बना वोट बैंक
राजेन्द्र कुमार लखनऊ चुनाव और मुसलमान उत्तर प्रदेश की राजनीति का यथार्थ भी है और मिथ भी। चुनाव आते ही इस वोटबैंक की परवाह शुरू हो जाती है। सभी दलों की राजनीति के केंद्र में मुसलमान होता है पर उसके मुददे पीछे रहते हैं। इस बार फिर सूबे का मुस्लिम …
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