हेमंत तिवारी एग्जिट पोल के नतीजे हमारे सामने हैं और अगर इन्हे सच का एक संकेत माना जाए तो सपा बसपा की नींद उड़ाने के लिए ये काफी हैं। देश के कई टीवी चैनलों ने अपने अनुमानों में यूपी में भाजपा को 50 से ज्यादा सीटें दी हैं। अगर ऐसे ही नतीजे …
Read More »जुबिली डिबेट
नतीजों के पहले अपनों को काबू करने के लिए एनडीए की बैठक का पैंतरा
केपी सिंह लोकसभा चुनाव के नतीजे बाकायदा जारी होने के पहले एनडीए की बैठक आयोजित करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया है कि वे अपनी वापसी के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हैं लेकिन क्या इसका दूसरा अर्थ नही हो सकता। सभी एग्जिट पोल में उनकी वापसी दिखाई गई है। …
Read More »हमारा नेता कैसा हो ?
अशोक माथुर दुनिया के सबसे महंगे लोकतंत्र का सबसे महंगा चुनाव सम्पन्न हो गया है। केवल परिणाम आने ही बाकी है। एक बात साफ हो गई कि अगर किसी को जन प्रतिनिधि बनना है तो उसके लिए जरूरी है कि वो करोड़पति हो। उसको विकास के पैमाने पर कसा जा …
Read More »आयोग को नाकाबिल साबित कर गया चुनाव ?
राजेन्द्र कुमार सात चरणों में हुए लोकसभा चुनाव खत्म हो गए. पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग की तारीफ की है, लेकिन पिछले कई वर्षो से बेदाग रहे चुनाव आयोग (ईसी) की साख पर इस बार कई दाग लगे. विपक्ष की ओर से कहा गया …
Read More »क्या शेयर बाजारों को एक धक्का देने के लिए हैं एग्जिट पोल के नतीजे?
विवेक अवस्थी एग्जिट पोल के बाद अगली सुबह, बंबई शेयर बाजार में सेंसेक्स में भारी उछाल आ गया । एग्जिट पोल के नतीजों के बाद दोनों सूचकांकों में आज तेजी दर्ज की गई और कहा गया कि भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ लोकसभा चुनाव 2019 जीत जाएगी। बीएसई सेंसेक्स 900.32 …
Read More »मतदान ना देना और नोटा एक बात नहीं
डॉ श्रीश पाठक राजनीतिक शिक्षा के अभाव में अक्सर लोग नोटा और मतदान ना देना एक बराबर समझते हैं। दुर्भाग्य से कई जगहों पर तो कई दलों ने इसके खिलाफ अभियान भी चलाया। अक्सर लोग कहते हैं कि नोटा को गया मत बेकार हो जाता है और यदि मत बेकार …
Read More »ग्रामीण भारत में स्कूली शिक्षा की स्थिति चिंताजनक
अगला सवाल है कि प्राथमिक स्कूलों में जो बच्चे आ रहे हैं उनके अधिगम और उपलब्धि की क्या हालत हैं? वर्ष 2008 में कक्षा 8 में पढ़ने वाले लगभग 85 प्रतिशत विद्यार्थी कक्षा 2 की किताब पढ़ सकते थे जबकि 2018 में इनकी संख्या घटकर लगभग 73 प्रतिशत हो गयी …
Read More »मौन की प्रेस कांफ्रेंस…!
शबाहत हुसैन विजेता कुछ बुद्धिजीवियों में शादी को लेकर चर्चा चल रही थी। कुछ शादी को बंधन मान रहे थे। बंधन को तरक्की की दौड़ में बाधा मान रहे थे। शादी को तरक्की की राह में बाधा मानने वालों के पास मज़बूत तर्क भी थे। उनका कहना था कि आज़ाद …
Read More »बौद्ध दीक्षा से क्यों कतराता है आज का अंबेडकरवाद
के.पी. सिंह बाबा साहब अंबेडकर की विरासत का दावा करने वाले गणमान्यों के बारे में भी जब यह रहस्योदघाटन हुआ कि उन्होंने बौद्ध धर्म ग्रहण नही किया है तो लोग आश्चर्यचकित रह गये। यह अधूरा अंबेडकरवाद है। जिसे लेकर सहज ही छल की आशंका होती है। दीक्षा के सियासी परिणामों …
Read More »EVM: मीठा मीठा गप..कड़वा कड़वा थू…आख़िर कब तक.!
कृष्णमोहन झा हमारे देश में अनेक राजनीतिक दल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से सम्पन्न होने वाली मतदान की प्रक्रियां पर जब-तब सवाल खड़े करते रहे है। ईवीएम के जरिए किए जाने वाले मतदान की विश्वनीयता को सुनिश्चित करने के लिए ही चुनाव आयोग ने यह व्यवस्था दी थी कि …
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