Sunday - 1 June 2025 - 8:54 AM

जुबिली डिबेट

घर में नहीं है खाने को, अम्मा चली भुनाने को

सुरेन्द्र दुबे एक कहावत है-घर में नहीं है खाने को, अम्मा चली भुनाने को कुछ ऐसा ही काम हमारी केन्द्र व राज्य सरकारें कर रही हैं। नौकरियों का पता नहीं है, जो पद खाली पड़े हैं उन पर नियुक्तियां करने की सरकार की मंशा नहीं है। जो पद खाली हो …

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ज़िन्दगी के रंग इसी माहौल से पैदा होते हैं

  शबाहत हुसैन विजेता दवा खरीदने के लिये मेडिकल स्टोर पर गया। इस मेडिकल स्टोर के एक हिस्से में स्किन स्पेशलिस्ट डाक्टर का चैम्बर भी है। नेमप्लेट के साथ ही लिखा है कंसल्टेशन फीस 300 रुपये। उस मेडिकल स्टोर के मालिक के हाथ से लेकर सर तक में सफ़ेद दाग …

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क्या मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कांग्रेस की दुर्गति के लिए जिम्मेदार है!

सुरेंद्र दुबे  जबसे लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश हुआ है तब से लोगों को शाहबानो की भी याद आने लगी है। वह महिला , जिसे सुप्रीम कोर्ट ने गुजारा भत्‍ता के लिए 150 रुपए महीना उसके पति द्वारा दिए जाने का आदेश दे दिया था, जिसे कठमुल्‍लाओं के दबाओं …

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अचानक मुसलमानों के हितैषी क्यों दिखने लगे हैं मोदी ? 

उत्कर्ष सिन्हा  सबसे पहले बीते कुछ दिनों की हेडलाइन्स 1 . ईद के दिन मोदी ने दिया मुस्लिम छात्रों को 5  करोड़ स्कालरशिप का तोहफ़ा 2 . नई संसद के पहले सत्र में आया तीन तलाक बिल 3 . मॉब लॉन्चिंग की घटना से प्रधानमंत्री दुःखी अब संसद में नरेंद्र मोदी के भाषण का यह अंश “आज …

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सुपर कंप्यूटर से सुपरकंप्यूटिंग तक विकसित हो रहा HPC

अंकित प्रकाश बीते 34 सालों से, हर साल सुपर कम्प्यूटिंग सम्मेलन का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें दुनिया भर के तकनीकी विशेषज्ञ हिस्सा लेते हैं। यह सम्मेलन पूरी दुनिया से 3500 से अधिक इंजीनियरों, आईटी विशेषज्ञों, सिस्टम डेवलपर्स, वैज्ञानिकों को आकर्षित करता है। इस बार इस सम्मेलन ने 16 …

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कांग्रेसी ही डुबाते हैं कांग्रेस की लुटिया

सुरेंद्र दुबे  कांग्रेस पार्टी में जबसे राहुल गांधी का युग आया है तमाम बुर्जुग नेताओं ने समय-समय पर हल्‍के व आपत्तिजनक बयान देकर राहुल गांधी को रूसवा करने की ही कोशिश की है। ऐसा लगता है कि वरिष्‍ठ नेताओं को कभी-भी राहुल गांधी का नेतृत्‍व नहीं भाया चाहे वह महासचिव …

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वीर विहीन विपक्ष मैं जानी…

संदीप पांडेय बैठे बिठाए सत्ता उसी को मिली है जो किसी संघर्षरत शख्स का बेटा हो, वर्ना सत्ता के लिए तो लोगों को अपना पूरा जीवन खपाना पड़ जाता है। सत्ता की चौतरफा लड़ाई में सबसे मुख्य किरदार जन सरोकार के मुद्दे को सड़क पर उतारने का होता है। ये काम …

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भ्रष्टाचार के खिलाफ जिहादी अभियान, कितनी हकीकत, कितना फसाना

केपी सिंह  लोक सभा चुनाव निपटने के बाद उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की छवि चमकाने का अभियान रफ्तार पर है। जिससे राज्य की मीडिया पूरी तरह ओत-प्रोत नजर आ रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके दो टूक निश्चय को जोरशोर से प्रचारित किया जा रहा है। योगी …

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चमकी बुखार और संवेदन शून्य सरकार!

कृष्णमोहन झा कोई भी सरकार इतनी संवदेन शून्य कैसे हो सकती है कि उसके राज्य में गरीब परिवारों के सौ से अधिक मासूम बच्चे अस्पतालों में उचित इजाल के अभाव में दम तोड़ दें और वह सरकार केवल यह तर्क देकर इस दर्दनाक स्थिति से पल्ला झाड़ ले कि धीरे- …

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उलटबांसी- एक सौ चउवालिस कैरेट जिंदगी

अभिषेक श्रीवास्तव   ईमानदारी अवगुण है। ईमानदारी अमन चैन के लिए खतरा है। कानून व्‍यवस्‍था बिगड़ने का डर रहता है, अगर जनता के बीच से कोई अचानक ईमानदार निकल आए। वैसे ईमानदार सभी हैं अपने यहां लेकिन ज़ाहिर नहीं करते। अंतरात्‍मा की आवाज़ को दबाकर रखते हैं ताकि व्‍यवस्‍था सुचारु रूप …

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