अभिषेक श्रीवास्तव आजकल मुझे अल्लाामा इक़बाल बहुत याद आ रहे हैं। अब माहौल ही कुछ ऐसा है कि मुसलमानी नाम लेते हुए थोड़ा डर लगता है। पता चला उधर से कोई बल्लम उठाकर पूछ दिया- सुधाकर पांडे क्यों नहीं याद आ रहे? अब इससे क्या फ़र्क पड़ता है कि सुधाकर …
Read More »Utkarsh Sinha
द लंपटगंज की व्यंग्य कथा- कठिन प्रेम का प्रेत का एक अंश
प्रख्यात व्यंग्यकार पंकज प्रसून की किताब “द लंपटगंज” आजकल चर्चा में है , जुबिली पोस्ट के पाठकों लिए खास पंकज प्रसून ने यह अंश भेजा है । आज की ट्यूशन क्लास में मास्टर साब कुछ इस तरह छात्रों को आनंदित कर रहे थे ‘डियर स्टुडेंट्स, इंग्लिश आज आगे है हिन्दी …
Read More »मौजूदा माहौल पर जबरदस्त व्यंग्य है पंकज प्रसून की “ लंपटगंज”
जुबिली न्यूज डेस्क लम्पटगंज, एक ऐसा जिला, जहां चोर चोरी सिर्फ इसलिए करता है जिससे पुलिस विभाग को काम मिलता रहे। जहां लोग बीमार भी इसलिए होते हैं जिससे डॉक्टर की रोजी रोटी चलती रहे। ज्यादा पढ़ाई भी नहीं करते,जिससे देश की किसानी बची रहे। जहां हाईस्कूल पास सबल युवा …
Read More »ये अधिकार पाने में आखिर क्यों लग गए चालीस साल !
राजेन्द्र कुमार उत्तर प्रदेश देश का प्रधानमंत्री देने के मामले में भले ही चौकस रहा हो. देश में अव्वल रहा हो, पर यहां की सरकारों को राज्य के नागरिकों को अग्रिम जमानत का अधिकार देने में चार दशक का वक्त लग गया. जाहिर है कि सूबे के सरकारों ने इस …
Read More »उलटबांसी : चंद्रयान मने कवियों का आपातकाल
अभिषेक श्रीवास्तव चंद्रयान गया। पिंड छूटा। कुछ इस तर्ज पर इसरो के वैज्ञानिकों के चेहरे से खुशी छलक रही थी। दुखी तो मीडिया वाले थे। वे कैमरा ताने हुए थे। बीच में बादल आ गया। छुप गया यान। सारी तैयारी बेकार। हो सकता है चौधरी जी मोटरसाइकिल लेकर पीछे निकल …
Read More »हर मामले में नेहरू गलत, तो सही कौन ?
संदीप पाण्डेय नेहरू को याद करने के दो ताजा कारण हैं । एक तो सोनभद्र नरसंहार को यूपी के सीएम आदित्यनाथ द्वारा 1955 की गलती बताना। दूसरे कुछ दिन पहले लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा कश्मीर समस्या के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराना। सोनभद्र नरसंहार के लिए 1955 के …
Read More »बीच भंवर में नवजोत सिद्दू की नैय्या ,कोई नहीं खिवइया
कृष्णमोहन झा क्रिकेट से राजनीति में आए कांग्रेस के बडबोले नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने आखिरकार पंजाब की अमरिंदर सरकार से इस्तीफा देना ही उचित समझा। पंजाब में गत विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की शानदार विजय के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्रित्व में सरकार का गठन हुआ था, तभी …
Read More »डंके की चोट पर : असली पॉवर किसके पास है
शबाहत हुसैन विजेता खाकी वर्दी पॉवर का प्रतीक होती है. कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने का जिम्मा इसी वर्दी के पास होता है. यह वर्दी चुस्त-दुरुस्त होती है तो समाज चैन की नींद सोता है और जब यह अराजक होती है तो हाशिमपुरा नरसंहार होता है. खाकी वर्दी वालों के …
Read More »ख़ाली स्पेस और ख़ूब स्कोप वाली सड़क पर प्रियंका
नवेद शिकोह लोकसभा 2019 की चुनावी जंग मे प्रियंका वाड्रा ने कांग्रेस की उम्मीद बन कर धमाकेदार एंट्री ली थी। दादी इन्दिरा गांधी जैसी उनकी नाक और हेयर स्टाइल। उल्टे पल्ले की साढ़ी.. वही लहजा… बस इन्हीं बातों से कांग्रेसी उम्मीद लगाये थे कि प्रियंका वाड्रा गांधी अपनी दादी इंदिरा …
Read More »राज्यसभा में बहुमत के लिए क्यों बेचैन है भाजपा !
विवेक अवस्थी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का नुकसान भारतीय जनता पार्टी का लाभ है। यह न केवल लोकसभा के मामले में, बल्कि राज्यसभा भी यही सच है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अब राज्यसभा में भी बहुमत पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। …
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