न्यूज डेस्क
भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है। लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होने को है, बावूजद इसके संक्रमण की रफ्तार धीमी नहीं हुई है। देश में कोरोना वायरस का आंकड़ा 78 हजार पार कर गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3722 नए मामले सामने आए हैं और कोविड-19 से 134 लोगों की मौत हुई है।
गुरुवार को जारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर करीब 78003 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 2549 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 78003 केसों में 49219 एक्टिव केस हैं, वहीं 26235 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या फिर वह ठीक हो चुके हैं।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि पिछले कुछ हफ़्तों से कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं। इसके लिए देश में कोरोना टेस्ट की क्षमता बढ़ाई गई है और 347 सरकारी प्रयोगशालाओं और 137 निजी प्रयोगशालाओं के साथ प्रति दिन 1, 00,000 परीक्षण हो रहे हैं। कोविड -19 के लिए अब तक 17, 62,840 परीक्षण किए जा चुके हैं। जबकि, 86,191 नमूनों का कल परीक्षण किया गया था।
ये भी पढ़े: दो सड़क हादसों में गई 14 मजदूरों की जान
ये भी पढ़े: बहुत संकुचित है आर्थिक पैकेज का वास्तविक लाभ
पिछले 14 दिनों में मामले दोगुना होने का समय 10.9 दिन रहा है। हालांकि केवल पिछले तीन दिनों में ये सुधार के साथ 12.2 दिन हो गया है। इसके अलावा, बीमारी की मृत्यु दर 3.2% है, और लोगों के ठीक होने की दर 31.74% है, जो कई अन्य प्रभावित देशों की तुलना में बेहतर है। सोमवार तक, गहन देखभाल (आईसीयू) में 2.37% सक्रिय कोविड -19 रोगियों का इलाज चल रहा है, 0.41% रोगी गंभीर हैं, और वेंटिलेटर पर हैं, और 1.82% ऑक्सीजन पर हैं।
हर्षवर्धन ने कहा कि- “प्रवासी मज़दूरों की वापसी के मद्देनजर, राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को अधिक प्रभावी निगरानी, संपर्क अनुरेखण, पर्याप्त टेस्ट और सभी वापसीकर्ताओं के समय पर उपचार पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें वे भी शामिल हैं जो विदेश से लौट रहे हैं। ”
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर मंत्रालय 21 राज्यों के 69 जिलों में 24000 व्यस्कों पर SARS-CoV-2 की व्यापकता का अनुमान लगाने के लिए एक समुदाय आधारित सीरो-सर्वेक्षण भी कर रहा है। SARS-CoV-2 ही वह वायरस है जो कि कोविड -19 का कारण बनता है।
ये भी पढ़े: जानिए कारोबारियों की मन की बात
ये भी पढ़े: लॉकडाउन : मनचलों का नया ठिकाना बना सोशल मीडिया
आईसीएमआर ने एक बयान में कहा कि”सर्वेक्षण आईसीएमआर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी (एनआईई) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्यूबरकुलोसिस (एनआईआरटी), चेन्नई द्वारा समन्वित है। इस घरेलू स्तर के क्रॉस-सेक्शनल सर्वे में कोविड -19 के रिपोर्ट किए गए मामलों के आधार पर वर्गीकृत किए गए जिलों के चार क्षेत्रों में समान रूप से वितरित 24,000 वयस्कों को शामिल किया जाएगा”।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
