जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को की टेक कंपनी ट्रेडशिफ्ट के सीईओ पर सेक्स स्लेवरी कॉन्ट्रैक्ट साइन कराने और कई साल तक महिला सहयोगी का यौन शोषण करने का आरोप लगा है। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक 45 साल के क्रिश्चियन लांग कंपनी के को-फाउंडर हैं और सीईओ रह चुके हैं। कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी जेन डो ने उन पर सेक्स स्लेवरी कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।

इस बारे में लांग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जेन डो का आरोप है कि कंपनी में उन्हें एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट के तौर पर नियुक्त किया गया था। लेकिन कुछ महीने बाद ही लांग ने उनसे जबरदस्ती सेक्स स्लेवरी कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कराए। इसके बाद वह कई साल तक उनका यौन शोषण करते रहे।
जेन डो को वजन 58 से 70 किलो के बीच रखना होगा
जेन डो ने लांग पर आरोप लगाया है कि वह कई तरीकों से उसका यौन शोषण करता था। लांग ने उसे नौ पन्ने का एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के लिए मजबूर किया था। इसमें कहा गया था कि जब भी लांग को सेक्स की जरूरत होगी, वह हमेशा उपलब्ध रहेगी और कभी भी इसके लिए इन्कार नहीं करेगी। जब भी वह अपने मास्टर को देखेगी, तो घुटनों के बल झुक जाएगी और पूछेगी कि वह उसके लिए क्या कर सकती है। साथ ही कॉन्ट्रैक्ट में यह भी शर्त थी कि जेन डो को अपना वजन 58 से 70 किलो के बीच रखना होगा। इतना ही नहीं लांग उसे जो भी सजा देगा, उसे बिना किसी विरोध के इसे स्वीकार करना होगा।
क्या-क्या था कॉन्ट्रैक्ट में
कॉन्ट्रैक्ट में कहा गया था कि गुलाम हमेशा अपने मालिक की बात से सहमत होता है। गुलाम कभी भी मालिक की किसी भी बात से इन्कार नहीं कर सकता है। अगर उसने ऐसा किया तो वह सजा का हकदार होगा। जेन डो का कहना है कि उन्हें नौकरी जाने का खतरा था, इस वजह से उसे कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने पड़े। कंपनी ने इसी साल लांग को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। उसके खिलाफ यौन उत्पीडन के गंभीर आरोप थे। हालांकि लांग ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जेन डो के साथ उनके संबंध आपसी सहमति से बने थे।
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मेरे आपसी सहमति से यौन संबंध थे
लांग ने कहा कि मुकदमे में जो भी आरोप लगाए गए हैं, उनमें सच्चाई नहीं है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘2014 में मैंने एक बड़ी गलती की थी। मैंने एक ऐसी महिला को कंपनी में हायर किया जिसके साथ मेरे आपसी सहमति से यौन संबंध थे। यह कंपनी की एचआर पॉलिसीज का उल्लंघन नहीं था लेकिन यह मेरी गलती थी कि मैंने ऐसा किया। मुझे इस फैसले पर खेद है। यह एक मूर्खतापूर्ण गलती है जिसे मैं नहीं दोहराऊंगा।’
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