Monday - 10 November 2025 - 4:27 PM

दिल्ली का जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम अब नहीं रहेगा, जानें क्या

जुबिली न्यूज डेस्क

नई दिल्ली | देश की राजधानी दिल्ली के मशहूर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (Jawaharlal Nehru Stadium) को अब तोड़कर उसकी जगह एक वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स सिटी (World-Class Sports City) बनाने की तैयारी शुरू हो गई है।


खेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट की रूपरेखा (Blueprint) तैयार कर ली गई है और जल्द ही स्टेडियम को तोड़ने का काम शुरू किया जाएगा।

स्पोर्ट्स सिटी का विज़न

नई स्पोर्ट्स सिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Standards) के मुताबिक बनाया जाएगा।
इसमें खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग सेंटर, इनडोर-आउटडोर स्टेडियम, एक्वेटिक्स एरिया, टेनिस लॉन, क्रिकेट मैदान, एथलेटिक्स ट्रैक समेत कई विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी।

मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि यह भारत की पहली “इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स सिटी” होगी, जहां खिलाड़ियों के रहने, अभ्यास और टूर्नामेंट आयोजित करने की पूरी व्यवस्था एक ही जगह पर होगी।

कतर और ऑस्ट्रेलिया मॉडल पर बनेगी नई स्पोर्ट्स सिटी

खेल मंत्रालय की टीम ने हाल ही में कतर और ऑस्ट्रेलिया की स्पोर्ट्स सिटीज का दौरा किया है।
दोनों देशों के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर मंत्रालय ने रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है।
इसी रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली में बनने वाली स्पोर्ट्स सिटी का अंतिम डिज़ाइन तय किया जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि कतर की दोहा स्पोर्ट्स सिटी और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न पार्क जैसे मॉडल को भारत में अपनाने की कोशिश की जा रही है।

प्रोजेक्ट की टाइमलाइन अभी तय नहीं

खेल मंत्रालय के अनुसार, स्टेडियम के लगभग 102 एकड़ क्षेत्रफल को फिर से विकसित किया जाएगा। अभी प्रोजेक्ट शुरुआती प्रस्ताव (Proposal Stage) पर है, इसलिए टाइमलाइन अभी तय नहीं की गई है।

स्टेडियम को तोड़ने के साथ ही इसके अंदर स्थित नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) और नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी (NDTL) को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।

खेलों और सुविधाओं की झलक

नई स्पोर्ट्स सिटी में निम्नलिखित सुविधाएँ होंगी:

  • क्रिकेट, टेनिस, एथलेटिक्स और एक्वेटिक्स के लिए अत्याधुनिक एरेना

  • खिलाड़ियों के लिए फाइव-स्टार होटल और हॉस्टल कॉम्प्लेक्स

  • स्पोर्ट्स मॉल, स्विमिंग पूल, फिट इंडिया जोन और किड्स जोन

  • इनडोर और आउटडोर गेम एरियाज़

  • विदेशी खिलाड़ियों और टीमों के लिए रेज़िडेंशियल सोसाइटी

  • बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित करने की क्षमता

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पांच साल से ज्यादा का समय लग सकता है निर्माण में

प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, पूरी स्पोर्ट्स सिटी तैयार करने में कम से कम पांच साल लग सकते हैं।
इसके पूरा होने के बाद दिल्ली को एक ऐसा स्पोर्ट्स हब मिलेगा, जो न सिर्फ भारत बल्कि एशिया में खेल पर्यटन (Sports Tourism) और अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स का नया केंद्र बन सकता है।

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