जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में अलीनगर सीट पर टिकट बंटवारे को लेकर अंदरूनी विवाद तेज हो गया है। पार्टी ने अलीनगर सीट से युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन इसके बाद स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, मैथिली के पार्टी में शामिल होने के महज कुछ घंटे बाद ही उन्हें टिकट थमा दिया गया। इस फैसले के विरोध में क्षेत्र के 7 मंडल अध्यक्ष संजय सिंह के समर्थन में खड़े हो गए हैं। विरोध में शामिल मंडल अध्यक्षों में तारडीह पूर्वी के पुरुषोत्तम झा, तारडीह पश्चिमी के पंकज कंठ, घनश्यामपुर पूर्वी के सुधीर सिंह, घनश्यामपुर पश्चिमी के चंदन कुमार ठाकुर, नगर मंडल के रणजीत कुमार मिश्रा, अलीनगर पूर्वी के लाल मुखिया और अलीनगर पश्चिमी के गंगा प्रसाद यादव शामिल हैं।
स्थानीय स्तर पर भी नाराजगी देखने को मिली। कई मतदाताओं और पार्टी समर्थकों का कहना है कि बाहरी उम्मीदवार को नहीं बल्कि स्थानीय और जवाबदेह नेता को मौका मिलना चाहिए। कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि पिछले पांच साल में क्षेत्र का कोई विकास नहीं हुआ और उन्होंने अब भरोसा नहीं रखा। कुछ कार्यकर्ताओं ने चेतावनी भी दी कि यदि बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया गया तो वे सामूहिक रूप से समर्थन वापस ले सकते हैं और संगठन से इस्तीफा दे सकते हैं।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारे भी लगाए: “बाहरी भागाओ, अलीनगर बचाओ, बाहरी हमें स्वीकार नहीं”। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक मिश्रीलाल यादव ने अपने कार्यकाल में विकास और संपर्क नहीं किया, जिससे जनता अब ठगे जाने का अनुभव नहीं दोहराएगी।
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इस विवाद से साफ है कि अलीनगर सीट पर बीजेपी के लिए चुनावी चुनौती बढ़ सकती है और पार्टी नेतृत्व को स्थानीय मतदाताओं और नेताओं की नाराजगी को नजरअंदाज नहीं करना होगा।
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